असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी की चीन नीति पर खड़े किए सवाल, बोले- 'बाइडेन की पत्नी को दी हीरे की अंगूठी'
Asaduddin Owaisi: असदुद्दीन ओवैसी ने मणिपुर में हिंसा के मामले में भारत की आंतरिक सुरक्षा की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
Asaduddin Owaisi: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार (7 जनवरी 2025 ) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन नीति पर सवाल उठाया है. चीन पर भारत की नीति पर चिंता जताते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या भारत के पास गलवान में सैनिकों के लिए गश्त के अधिकार बहाल करने की कोई योजना है.
AIMIM प्रमुख ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि चीनी की ओर से कब्जे वाले जिलों में "विरोध" काफी नहीं है. ओवैसी ने आगे पूछा, "क्या हमने पूर्वी लद्दाख में अप्रैल 2020 की यथास्थिति की बहाली की उम्मीद पूरी तरह छोड़ दी है?" एआईएमआईएम सुप्रीमो ने आगे सवाल किया कि भारत सरकार नौसेना को तीसरा विमानवाहक पोत देने में नाकामयाब क्यों रही. असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय वायुसेना संसाधनों की कमी की बात भी कही है. उन्होंने कहा कि एयर फोर्स में लड़ाकू स्क्वाड्रन, एडब्ल्यूएसीएस और मिड-एयर री-फ्यूलर की कमी है.
ओवैसी ने मणिपुर में हिंसा के मामले में भारत की आंतरिक सुरक्षा की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए केंद्र पर हमला बोला. उन्होंने कहा, "भारत की बाहरी सुरक्षा को लेकर यह लापरवाही भी उतनी ही चिंताजनक है, जहां सशस्त्र बलों का राजनीतिकरण करने की लगातार कोशिशों से हालात और खराब होने की आशंका है."
What is the @narendramodi govt’s China policy? The solemn protest on new Chinese districts in Ladakh and request for consideration on the new dam on Brahmaputra are not going to move Beijing. Do we have any plan to get the patrolling rights for our soldiers restored in Galwan,…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 7, 2025
पीएम मोदी पर तंज, हीरे की अंगूठी को लेकर कही ये बात
ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, "भारत की कूटनीति अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन को हीरे की अंगूठी गिफ्ट में देने तक सीमित हो गई है." उन्होंने लिखा, "मोदी सरकार संसद में इन गंभीर मुद्दों पर कोई बहस नहीं होने देती है. भारतीय जनता को अंधेरे में रखा जा रहा है, सामान्य ज्ञान बताकर जनता को विचलित किया जा रहा है क्योंकि देश अधिकांश मोर्चों पर जूझ है. मैं जानता हूं कि मोदी की तरफ से कोई जवाब नहीं होगा क्योंकि मुसलमानों के खिलाफ अनियंत्रित विद्वेष, घृणा और हिंसा के अलावा और कोई जवाब नहीं है."
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