'लोकसभा चुनाव नतीजों से सबक नहीं ले रही मोदी सरकार', असदुद्दीन ओवैसी ने UAPA पर फिर उठाए सवाल
Asaduddin Owaisi On UAPA Act: एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने UAPA के तहत हिरासत में लिए गए मुसलमानों, आदिवासियों और दलितों को लेकर चिंता जताई. इतना ही नहीं भाजपा पर तंज भी कसा.
Owaisi Slams BJP On UAPA Act: एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने UAPA के तहत हिरासत में लिए गए मुसलमानों, आदिवासियों और दलितों को लेकर चिंता जताई. ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि उनको उम्मीद थी कि पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से कुछ सीख लेंगे, लेकिन उन्होंने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
ओवैसी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि UAPA कानून की आज फिर चर्चा हो रही है. ये कानून बेहद क्रूर है, जिसके कारण हजारों मुस्लिम, दलित और आदिवासी युवाओं को जेल में डाला गया, उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई है. ओवैसी ने दावा करते हुए कहा कि 85 साल के स्टेन स्वामी की मौत का कारण यह सख्त कानून बना. ओवैसी बोले, स्टेन स्वामी की 2021 में न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी. उनको 2018 में भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में UAPA के तहत अरेस्ट किया गया था.
UAPA का क़ानून आज फिर से चर्चा में है। यह एक इंतिहाई बेरहम क़ानून है जिसकी वजह से न-जाने कितने हज़ार मुसलमान, दलित और आदिवासी नौजवानों को जेल में बंद करके उनकी ज़िंदगियां बर्बाद करदी गई। यह क़ानून एक 85 वर्षीय स्टैन स्वामी की मौत का कारण बना।
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 15, 2024
इस क़ानून को कांग्रेस सरकार ने 2008…
पहले भी और आज भी UAPA कानून का विरोध किया
लोकसभा में ओवैसी ने UAPA कानून अधिनियम विधेयक 2019 पर आपत्ति जताई और इस कानून को बनाने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. 2008 और 2012 में कांग्रेस ने इस कानून को और सख्त बनाया था. मैनें तब भी विरोध किया था. 2019 में भाजपा ने फिर और भी सख्त प्रावधान और छूट लेकर आई, तब कांग्रेस ने भाजपा का समर्थन किया. तब भी मैंने इस कानून का विरोध किया था.
अत्याचार और ज्यादतियों का सिलसिला जारी रहेगा
ओवैसी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि हमें मोदी 3.0 से उम्मीद थी कि वह चुनाव के रिजल्ट से कुछ सीखेगी पर उन्होंने हमारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. ओवैसी बोले, अत्याचार और ज्यादतियों का सिलसिला जारी रहने वाला है.
14 साल पुराना है मामला
दिल्ली के एलजी वी के सक्सेना ने बुकर पुरस्कार जीतने वाली लेखिका अरुंधति रॉय और कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय कानून के पूर्व प्रोफेसर शेख शौकत हुसैन के खिलाफ UAPA के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है. लेखिका अरुंधति रॉय और पूर्व प्रोफेसर पर चलाया जा रहा ये मुकदमा 14 साल पुराना है. जब 2010 में दोनों ने दिल्ली के एक ऑडिटोरियम में भड़काऊ भाषण दिए थे. इन्होंने कहा था कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा नहीं है.
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