Asaduddin Owaisi Speech: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों का जिक्र करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश के हिंदू पीएम मोदी की सोच को नाकाम करेंगे. 


हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में कहा, ''भारत में 14 फीसदी मुसलमान है. इनकी आबादी 17 करोड़ है. मुसलमान पिछले दस साल की मोदी सरकार में पाते हैं कि उनके वजूद को खतरा है. आज 17 करोड़ मुसलमान अपने आपको वैसे समझते हैं जैसे कि हिटलर के जमाने में यहूदी समझते थे. मिसाल के तौर पर आप देखिए ख़ुत्बा-ए-सदारत में स्कूलों से बच्चों के ड्रॉपआउट का जिक्र किया गया. इस दौरान एससी (अनुसूचित जाति), एसटी (अनुसूचित जनजाति) और ओबीसी का नाम लिया गया, लेकिन मुसलमान का नाम लिया गया. सबसे ज्यादा ड्रॉपआउट रेट मुसलमानों का है.''


ओवैसी ने कहा कि बजट में आपने प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप को सिर्फ क्लास नौ तक कर दिया. साथ ही इसमें पैसे कम कर दिए गए. साल 2022-23 के बजट में 5 हजार 26 करोड़ रुपये दिए गए, लेकिन सिर्फ 663 करोड़ रुपये इस्तेमाल हुए. प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप को आपने 423 करोड़ से इस साल 326 करोड़ कर दिया. 


सीएए को लेकर क्या कहा?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस सरकार ने लोगों को तंग करने की कोई कसर नहीं छोड़ी है. उन्होंने कहा, ''पिछले दस साल में एक शख्स, एक धर्म और एक विचारधारा को मजबूत कर दिया गया. ऐसे में हमारी जम्हूरियत तो खोखली कर दी गई.''


उन्होंने संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) को लेकर केंद्रीय मंत्री शातंनु ठाकुर का नाम लिए बिना कहा कि एक नेता ने कहा कि हम आठ दिन में इसे लागू कर देंगे. सीएए को आप मजहब से जोड़ेंगे तो आपका इरादा बुरा है. आपका इरादा भारत के मुसलमानों और दलितों को परेशान करने का है. सीएए के खिलाफ हम इसलिए है, क्योंकि आप सीमांचल के मुसलमान को बांग्लादेश का कहते हैं. 


असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज 17 करोड़ मुसलमान पीएम नरेंद्र मोदी पर भरोसा नहीं करते. मुझे आज भी कानून और संविधान पर भरोसा है. भारत के पीएम आज मुसलमानों की शिनाख्त को छीनना चाहते. प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट पर आप क्यों नहीं बोलते. इस देश को आजादी 1947 में मिली और बाबासाहेब का बराबरी का बनाया गया संविधान मिला. इससे पहले तो राजा-रजवाड़े थे, लेकिन लोकतंत्र नहीं था. आप सवाल कर रहे हैं कि 500 साल आगे क्या होगा. 


उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी तारीख लिखना चाहते हैं कि मैंने बाबासाहेब और महात्मा गांधी के देश को हिंदू राष्ट्र बना दिया. मैं उम्मीद करता हूं कि देश के हिंदू भाई पीएम मोदी की सोच को नाकाम करेंगे. 






अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को लेकर क्या कहा?
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मामले को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 81 में एक्ट पास हुआ. हमारा लॉ ऑफिसर कहता है कि मैं एक्ट को नहीं मानता. उन्होंने आखिर में कहा कि मसीहाओं को जब भी आवाज दी है पलटकर आ गए हर बार कातिल.


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अल्पसंख्यक दर्जे पर अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए कहा था कि एएमयू अधिनियम में किया गया 1981 का संशोधन आधे-अधूरे मन से किया गया था. 


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