नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. ओवैसी ने पीएम मोदी की तरफ से कल संसद में दिए गए बयान के बाद उनसे पूछा है कि 'अगर मुसलमान गटर में हैं तो उन्हें आरक्षण क्यों नहीं देते?' कल संसद में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर मुसलमानों की अनदेखी का आरोप लगाया था. औवेसी ने यह भी कहा है कि मोदी को शाहबानो याद हैं लेकिन अखलाक याद नहीं हैं.


असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा है?


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है, ‘’पीएम मोदी को शाहबानो तो याद है. तबरेज अंसारी याद नहीं आया, उनको अखलाक याद नहीं आता, पहलू खान याद नहीं आता?’’ उन्होंने आगे कहा, ‘’अगर कोई हमें गटर में रहने देने की बात कर रहा है तो मोदी हमें आरक्षण क्यों नहीं देते? मुसलमानों को पिछड़े होने के तौर पर आरक्षण दीजिए.’’


संसद में मोदी ने किया ABP न्यूज़ के शो ‘प्रधानमंत्री’ का जिक्र, कहा- कांग्रेस ने मुस्लिमों को गटर में रहने देने की बात कही थी


इतना ही नहीं ओवैसी ने आगे कहा, ‘’300 सांसदों में से आपके पास एक मुस्लिम सांसद जीतकर नहीं आता. उनको पीछे कौन रख रहा है. मोदी रख रहे हैं. मोदी के बोलने में और करने में जमीन आसमान का फर्क है. नरसिम्हा राव बाबरी मस्जिद को गिरने से नहीं बचा पाए. अब एक और प्रधानमंत्री है हमारे सामने जो अपनी विचारधारा को बचाना चाहते हैं. देखते हैं आगे क्या होता है.’’


पीएम मोदी ने कल क्या कहा?

तीन तलाक के मुद्दे पर कल संसद में पीएम मोदी ने कहा, ''35 साल बाद फिर शाह बानों के मामले में कांग्रेस को फिर अवसर मिला है, लेकिन ऊंचाई ने नीचे की चीजें देखने से मना कर दिया. आज 35 साल बाद फिर एक बार कांग्रेस के पास मौका आया है, हम बिल लेकर आए है, हम इस देश की नारी के गौरव के लिए बिल लेकर आए हैं. जब शाह बानों का मामला चल रहा था उस समय के एक मंत्री ने टीवी इंटरव्यू में एक चौंकाने वाली बात कही. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के उत्थान की जिम्मेदारी कांग्रेस की नहीं है. अगर वो गटर में रहना चाहते हैं तो रहें.''

यह भी पढ़ें-


जानिए कौन थे कांग्रेस के वो मंत्री, जिन्होंने मुस्लिमों को ‘गटर’ में रहने देने की बात कही थी?


दिल्ली: वसंत विहार में लूट के इरादे से की गई थी बुजुर्ग दंपति और केयर टेकर की हत्या, लड़का-लड़की गिरफ्तार




तोड़ी जा रही है चंद्रबाबू नायडू की पसंदीदा इमारत 'प्रजा वेदिका', CM जगन मोहन रेड्डी ने दिए थे आदेश

नीति आयोग रिपोर्ट: हेल्थ इंडेक्स में केरल टॉप पर, बिहार-यूपी पहले से और अधिक फिसड्डी साबित हुए


 यह भी पढें-