कुलभूषण जाधव की सजा माफ करने की मांग करते हुए ओवैसी ने कहा कि माफी इस्लाम में क्या ओहदा रखती है, शायद ये बात पाकिस्तान जानता नहीं है. महाराष्ट्र के लातूर में असदुद्दीन एक सभा को संबोधित कर रहे थे.
ओवैसी ने कहा,"पाकिस्तान अगर वाकई में अपने आप को इस्लामिक मुल्क कहता है तो पाकिस्तान को अदल और इंसाफ से बताना पड़ेगा. अगर पाकिस्तान वाकई में इस्लामिक मुल्क है तो पाकिस्तान को बताना पड़ेगा कि इस्लाम में रहम किसको बोलते हैं. अगर पाकिस्तान इस्लामिक मुल्क है तो पाकिस्तान को बताना पड़ेगा कि जिस तरह जंग-ए-बदर में अल्लाह के रसूल ने उन तमाम कैदियों को माफ किया. पाकिस्तान को मिसाल पेश करनी पड़ेगी. जब अल्लाह के रसूल के सामने वो खातून सामने आईं जिसने रसूल के चचा हजरत हमजा का कलेजा काट दिया तो रसूललल्लाह ने उसकी तरफ निगाहें नहीं की. बल्कि कहा जा आज मैं तुझे माफ करता हूं. बताओ पाकिस्तान क्या तुम्हारे पास रसूल की तरह रहम है. क्या तुम वाकई में जानते हो कि इस्लाम में माफी किसको कहते हैं. इस्लाम में रहम किसे कहते हैं, अगर तुम अपने आपको इस्लामी मुल्क बोलते हो तो तुम्हारी जेलों में जो हिंदुस्तानी बैठे हैं उन्हें रिहा करो और दुनिया के सामने पैगाम दो कि इस्लाम में माफी किसको कहते हैं."
पाकिस्तान में आए दिन धमाके होते रहते हैं. इसको लेकर भी ओवैसी ने पाकिस्तान पर निशाना साधा. उन्होंने कहा," वक्त में पाकिस्तान पीछे है. पाकिस्तान आधा घंटा पीछे नहीं, पचास साल पीछे है. शियाओं की मस्जिदों में बम ब्लास्ट, शियाओं की मस्जिद में बम ब्लास्ट, दरगाहों पर बम ब्लास्ट और आप अपने आपको इस्लामी मुल्क कहते हैं. बताओ मारने वाले क्या आसमान से आए थे तुम्हारे पास?"
ये वीडियो आठ महीने पुराना है जब पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट से जाधव को फांसी की सजा सुनाई गई थी. ओवैसी ने कहा,"हम पाकिस्तान से ये बताना चाहते हैं कि मिलिट्री अदालत ने बगैर कोई सबूत के फैसला सुना दिया. हकीकत तो ये है कि कुलभूषण जाधव इरान में बिजनेस करने गए थे. वहां से किडनैप करके पाकिस्तान लाया गया. पाक ने एलान कर दिया कि हमने खुफिया एजेंटको गिरफ्तार किया. हम पाकिस्तान से बोलना चाहते हैं कि क्या कोई हिंदुस्तान का पासपोर्ट रख कर पाकिस्तान को जाएगा?"
इस मौके पर ओवैसी ने पाकिस्तान को ये भी याद दिला दिया कि एक आतंकी कसाब भी था जिसे फांसी पर लटकाने से पहले हर तरह की मदद दी गई और एक निर्दोष जाधव है जिसे बिना सबूत के फांसी की सजा सुनाई गई. उन्होंने कहा,"ये इंसाफ हिंदुस्तान ने किया. तुम्हारे मुल्क का कानून सबूत भी पेश नहीं कर सका और एक अदालत का फैसला मजाक बन चुका कि एक मुल्जिम को जिस पर झूठा इल्जाम लगाया गया जिस पर मुकदमा नहीं टिक सकता. कोई बंदूक नहीं मिली, उसके पास कसाब की तरह आरडीएक्स नहीं मिला. मगर फांसी का फैसला दे दिया गया.