नई दिल्ली: हैदराबाद से लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें चीन का नाम लेने में डर लगता है. ओवैसी ने कहा कि इस चीन ने 45 साल के बाद भारत और चीन की सरहद पर हमारे बीस जवानों को मार दिया. आज अरुणाचल प्रदेश में भारत की एलएसी में चीन ने एक गांव को बसा दिया. इसके साथ ही लोकसभा में उन्होंने किसानों के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी और एक शेर पढ़ते हुए सरकार को घेरा.


उम्मीद है पीएम मोदी चीन का नाम लेंगे


असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि आखिर क्या डर है कि सरकार और खासकर प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने से डरते हैं. मुल्क की जमीन पर चीन कब्जा करते जा रहा है. उन्होंने कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि जब वजीर-ए-आजम अपना रिप्लाई देंगे तो चीन का नाम लेंगे."


भारत सरकार ने क्या तैयारी की हुई है?


लोकसभा में अपने भाषण के दौरान ओवैसी ने कहा, "चीन आज भी उन इलाकों में अपना इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा है. अपनी फौज को बढ़ा रहा है. मैं सरकार से जानना चाहता हूं कि जब बर्फ पिघल जाएगी, दोबारा चीन हमला करेगा भारत की फौज पर...आप इसके लिए क्या तैयारी कर रहे हैं. जिस जगह पर हमें इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना था वहां नहीं बनाया उसे टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर बना दिया."


किसानों के साथ जुल्म कर रही है सरकार


ओवैसी ने कहा कि किसानों के साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है जैसे कि वे चीन की फौज हैं. जो चीन की फौज से बर्ताव किया जाना था सरकार किसानों के साथ वैसा बर्ताव कर रही है. किसानों के साथ ये जुल्म क्यों किया जा रहा है. सरकार को इन तीनों कानून को वापस लेना पड़ेगा.


ओवैसी ने पढ़ा ये शेर


इस दौरान ओवैसी ने मशहूर शायर साहिर लुधियानवी के एक शेर में कुछ बदलाव करते हुए सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "चीन पे करम, किसानों पर सितम, रहने दे थोड़ा सा भरम, ऐ जान-ए-वफा ये जुल्म न कर."


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