नई दिल्ली: 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में अयोध्या की विवादित 2.77 एकड़ जमीन रामलला को सौंपने का फैसला सुनाया. इसके साथ ही मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन देने का निर्देश दिया. कोर्ट के इस फैसले के बाद ऑल इंडिया मजलिस इत्तिहादुल मुस्लमिन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि वे इस फैसले से खुश नहीं है. अब उन्होंने कहा कि मस्जिद वापस चाहिए.


अपने ट्विटर पर उन्होंने लिखा, ‘’मैं अपनी मस्जिद वापस चाहता हूं.’’ जाहिर है कि कोर्ट के फैसले के बाद उन्होंने ये भी कहा था कि ऐसा नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट से गलती नहीं हो सकती. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि पांच एकड़ जमीन के खैरात की जरूरत नहीं है.



उधर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पहली बार कड़ी सुरक्षा के बीच अयोध्या में मुस्लिमों ने जुमे की नमाज अदा की. अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से एक दिन पहले 8 नवंबर की शाम से ही पवित्र शहर में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी है. अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज झा ने बताया, ‘‘ शुक्रवार को शहर की विभिन्न मस्जिदों में लोगों ने नमाज अदा की. आज सुरक्षा बढ़ाई गई थी और यह आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी. सबकुछ शांतिपूर्ण रहा.’’


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जिलाधिकारी ने बताया कि अयोध्या शहर या जिले में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अयोध्या-फैजाबाद शहर में छोटी-बड़ी 36 मस्जिदें हैं. उन्होंने बताया, ‘‘जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने खुद तैयारियों का जायजा लिया. लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से जुमे की नमाज अदा की.’’


अधिकारी के मुताबिक गुरुवार रात से ही महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों जैसे हनुमान गढ़ी, कनक भवन और राम की पैड़ी में निगरानी बढ़ा दी गई और अन्य अहम स्थानों पर भी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई. रामजन्म भूमि के आसपास अब भी हाई अलर्ट है. 8 नवंबर से पूरे शहर में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और जगह-जगह जांच चौकियां स्थापित की गई है. रात में निगरानी बढ़ाई गई है.


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