पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े शहरों में से एक आसनसोल में आज लोकसभा उपचुनाव होना है. तृणमूल उम्मीदवार अभिनेता-राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा आसनसोल लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ रहे हैं जिनके लिए आज इम्तिहान का दिन माना जा सकता है. बता दें, तीन राज्यों की चार विधानसभा सीटों के लिए आज उपचुनाव होने हैं. 


बंगाल में आसनसोल संसद सीट बीजेपी की सांसद बाबुल सुप्रियों के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी. तृणमूल ने पहले कभी आसनसोल सीट नहीं जीती है, लेकिन उम्मीद है कि 2019 में बीजेपी छोड़ने वाले तेजतर्रार पूर्व फिल्म स्टार शत्रुघ्न सिन्हा निर्वाचन क्षेत्र में गैर-बंगाली आबादी में प्रभाव बनाएंगे. सिन्हा के बीजेपी प्रतिद्वंद्वी खुद को 'आसनसोल की बेटी' कहती हैं. बीजेपी ने अपने तीखे प्रचार अभियान में कई स्टार प्रचारकों को निर्वाचन क्षेत्र में भेजा है, जिनमें बंगाली कलाकार भी शामिल हैं.


बंगाली बाबू भी हूं- शत्रुघ्न सिन्हा


वहीं, बीजेपी ने ममता बनर्जी पर आसनसोल प्रतियोगिता में एक बाहरी व्यक्ति को लाने का आरोप लगाया था जिस पर शत्रुघ्न सिन्हा ने जवाब देते हुए कहा, वो अब केवल 'बिहारी बाबू' नहीं हैं, बल्कि एक 'बंगाली बाबू' भी हैं. वो अक्सर अपने प्रचार भाषणों में बंगाली में टूट जाते हैं. वो कहते हैं, "अब बिहारी बाबू के साथ मैं बंगाली बाबू भी हूं.


आसनसोल सीट पर कब किस पार्टी ने दर्ज की जीत


बता दें, 1957 से 1967 तक आसनसोल लोकसभा सीट कांग्रेस की थी. 1967 से 1971 तक लोकसभा क्षेत्र संयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी के नियंत्रण में था. 1971 से 1980 तक सीपीआई (एम) ने इस सीट पर कब्जा कर लिया. इससे पहले कि कांग्रेस ने वापसी की और 1989 तक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र का आयोजन किया. 1989 से 2014 तक यह सीट सीपीआई (एम) की थी. 2014 के आम चुनावों में बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर जीत दर्ज की, जब बाबुल सुप्रियो आसनसोल से चुने गए. सुप्रियो ने 2019 में फिर से बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की, जिसके बाद वे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री भी बने.


हालांकि, पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद सुप्रियो ने बीजेपी छोड़ दी और तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. आसनसोल लोकसभा सदस्य के रूप में इस्तीफा दे दिया, जिससे उपचुनाव जरूरी हो गया. वहीं, तृणमूल विधायक सुब्रत मुखर्जी के आकस्मिक निधन से बल्लीगंज विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव कराना पड़ा, जिनका नवंबर 2021 में निधन हो गया.


यह भी पढ़ें.


UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ ने की पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी रहे मौजूद


UP MLC Election Result 2022 Live: विधान परिषद की 27 सीटों के नतीजे आज, कड़ी सुरक्षा के बीच होगी मतगणना