नई दिल्ली: नाबालिग लड़की से रेप के केस में आज राजस्थान के जोधपुर की अदालत ने आसाराम को दोषी करार दिया है. आसाराम के समर्थक कोई हिंसा ना करें इसलिए जोधपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. आसाराम के समर्थकों को शहर में घुसने से रोका जा रहा है, चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है. हर अनहोनी से निपटने की तैयारी हो चुकी है. यहां आपको बताते हैं कि आसाराम का साम्राज्य कितना बड़ा है, उनकी  संपत्ति कितनी है. पढ़ें आसाराम के किंगडम की पूरी कहानी...


कितना बड़ा है आसाराम का साम्राज्य?
77 साल के आसाराम का असली नाम आशूमल थाऊमल सीरुमलानी है. आसाराम का जन्म ब्रिटिश हुकूमत में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के नवाबशाह जिले में हुआ था जिसे अब शहीद बेनजीराबाद के नाम से जाना जाता है. राजस्थान के माउंब आबू में साधना से साधु जीवन की शुरुआत की और धीरे-धीरे आसाराम की ख्याति ऐसी बढ़ी कि देश दुनिया में उनके 400 से ज्यादा आश्रम हो गए.


चार करोड़ फॉलोअर्स का दावा
आसाराम बापू की कथा में बड़ी संख्या में भक्त जुड़ते थे. इसके साथ ही टीवी के माध्यम से भी देश ही नहीं दुनियाभर में कथा का प्रसराण होता था. अलग अलग मीडिया रिपोर्ट्स के दावों के मुताबिक आसाराम के देश भर में दो से चार करोड़ फॉलोअर्स हैं. गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा फॉलोअर्स हैं.


देश में 400 आश्रम



आसाराम बापू के देशभर में 400 से ज्यादा आश्रम होने का दावा किया जाता है. उत्तर पूर्वी राज्यों, केरल और तमिल्लनाडु को छोड़कर हर राज्य में उनके आश्रम होने का दावा किया जाता है. आसाराम के भक्त आश्रम से प्रकाशित साहित्य के जरिए भी उनसे जुड़ते. आसाराम अपनी प्रवचनों लोगों को निरोगी होने के मंत्र भी दिया करते थे.


दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति
आसाराम की कुल संपत्ति करीब दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की है, जिसमें ज्यादातर संपत्ति ट्रस्ट के नाम है. आसाराम की संस्था पत्रिकाओं, प्रार्थना पुस्तकों, सीडी, साबुन, अगरबत्ती, धूपबत्ती और तेल जैसी सामाग्री बेचती है जिससे उसकी करोड़ों की कमाई होती है.


आसाराम के अच्छे दिनों में उनकी दो पत्रिकाएं ऋषिप्रसाद और लोक कल्याण सेतु की 14 लाख प्रतियां हर महीने बिकती थीं. इनसे सालाना करीब 10 करोड़ रुपए के आसपास रकम आती थी. आयकर विभाग की जांच में 2300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की अघोषित संपत्ति सामने आई है.


हर क्षेत्र के दिग्गजों से रिश्ते



आसाराम जब प्रवचन करते थे तब उनके मंच पर राजनीति, खेलकूद, सिनेमा समेत कई अन्य क्षेत्रों के दिग्गजों की मौजूदगी देखी जाती थी. नेताओं की बात करें आसाराम की वेबसाइट के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, दिवंगत राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद, वरिष्ठ लाल कृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, उमा भारती, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और प्रेम कुमार धूमल आसारा के भक्त थे. आसाराम की वेबसाइट पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का को भी उनका भक्त बताया गया है.


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