Siwan Stone Pelting Case: असदुद्दीन ओवैसी का नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव पर निशाना, 'हमें सेक्युलरिज़्म नहीं, हमें....'
Eight Year Old Child Arrested: सिवान के बड़हरिया पुरानी बाजार में बीते दिनों महाबीरी मेला जुलूस के दौरान दो पक्षों में पत्थर चले थे. पुलिस ने इस मामले में एक 8 साल के बच्चे को भी गिरफ्तार किया है.
Bihar News: बिहार (Bihar) के सिवान में 8 साल के बच्चे को जेल भेजने के मामले में AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM chief Asaduddin Owaisi) ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को घेरे में लिया है. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि हमें सेक्युलरिज्म नहीं, सत्ता नहीं, बल्कि सम्मान चाहिए.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पिछले चार दिनों से 8 वर्षीय रिजवान जेल की सलाखों में कैद है. उसकी मां की बेबसी को आप लोग कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं? ओवैसी ने सवाल किया कि आखिर रिजवान के साथ ऐसा सुलूक क्यों किया जा रहा है? हमारा रिजवान कब रिहा होगा? वह इसे लेकर पहले भी कई बार आवाज उठा चुके हैं.
सेक्युलरिज़्म नहीं, सत्ता नहीं, हमें सम्मान चाहिए। पिछले 4 दिनों से 8 वर्षीय रिज़वान जेल की सलाखों में क़ैद है। उसकी माँ की बेबसी को आप लोग कैसे नज़र-अंदाज़ कर सकते हैं? @yadavtejashwi @NitishKumar रिज़वान के साथ ऐसा सुलूक क्यों किया जा रहा है? हमारा रिज़वान कब रिहा होगा? pic.twitter.com/PBBADDsE21
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 13, 2022
क्या है पूरा मामला
दरअसल, सिवान के बड़हरिया पुरानी बाजार में बीते दिनों महाबीरी मेला जुलूस के दौरान दो पक्षों में जमकर पत्थर चलाए गए थे. इसके बाद पूरे इलाके का माहौल खराब हो गया था. पुलिस ने इस मामले की कार्रवाई करते हुए 20 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक आठ साल का बच्चा और 70 साल के बुजुर्ग भी शामिल हैं.
इसी पूरे मामले को लेकर असदुद्दीन ओवैसी लगातार बिहार सरकार पर निशाना साध रहे हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि लालू प्रसाद ने 1990 में आडवाणी को 'गिरफ्तार' कर गेस्ट हाउस भेजा था. इस 'एहसान' को चुकाने के लिए मुसलमानों को कितनी नस्लों की कुरबानी देनी होगी?
मुस्लिम समाज भी कर रहा निंदा
इस मामले में 35 लोगों पर नामजद, 100 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर और दोनों पक्षों की तरफ से कुल 20 गिरफ्तारी हुई है. इसमें एक आठ साल का मुस्लिम बच्चा भी शामिल था. बच्चे को जेल में कैद करने के बाद से ही मुस्लिम समाज के लोग इस फैसले की निंदा कर रहे हैं.
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