RSS के पूर्व कार्यकर्ता असीमानंद आज जेल से हो सकते हैं रिहा
नई दिल्ली : RSS के पूर्व कार्यकर्ता असीमानंद आज जेल से रिहा हो सकते हैं. हैदराबाद की मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस में असीमानंद को जमानत मिली है. असीमानंद इसी महीने अजमेर ब्लास्ट केस में भी बरी हो चुके हैं.
गौरतलब है कि साल 2007 के मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में हैदराबाद की एक कोर्ट ने गुरुवार को स्वामी असीमानंद की जमानत मंजूर कर ली थी. कोर्ट इस मामले में तीन अन्य लोगों की जमानत पहले ही मंजूर कर चुकी है. चतुर्थ मेट्रोपोलिटन सेशन जज की कोर्ट ने भरत मोहनलाल रत्नेश्वर उर्फ भरत भाई की जमानत भी मंजूर कर ली, जो मामले में सह आरोपी है.
स्वामी असीमानंद का असली नाम नाबा कुमार सरकार है. 19 नवंबर 2010 को हरिद्वार से मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में स्वामी असीमानंद को गिरफ्तार किया गया था. यह घटना 18 मई 2007 की है. इसमें नौ लोग मारे गए थे.
गौरतलब है कि जयपुर की विशेष अदालत ने अजमेर स्थित सूफी ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती दरगाह परिसर में करीब 9 साल पहले हुए धमाका मामले में सजा सुनाई है. इस मामले में दोषी पाये गये भावेश पटेल और देवेन्द्र गुप्ता को उम्रकैद की सजा दी गई है.
अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह परिसर में 11 अक्टूबर 2007 को आहता ए नूर पेड़ के पास हुए बम विस्फोट हुआ था. इस मामले में कोर्ट ने असीमानंद समेत सात आरोपियों को बरी कर दिया था. धमाके में तीन लोगों की मौत हुई थी और 15 लोग घायल हुए थे.