जोधपुर: जीवन में अगर किसी चीज को पूरा करने की आशा हो तो कभी निराशा हाथ नहीं लगती. एक महिला को इस समाज में अकेले रहना है तो बहुत बड़ा चैलेंज उसके सामने होता है. साथ में बच्चे भी हों तो उनका लालन-पालन को लेकर भी बड़ी समस्या रहती है. लेकिन इन सब समस्याओं से लड़ते हुए जोधपुर की आशा कंडारा ने वह मुकाम हासिल किया है जिसे हर कोई हासिल करना चाहता है.
जोधपुर की आशा कंडारा का राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आरएएस) में सलेक्शन हुआ है. सबसे खास बात कि जोधपुर नगर निगम में सफाई कर्मचारी की नौकरी करते हुए आशा कंडारा ने बच्चों की परवरिश का भी पूरा ख्याल रखा और साथ में अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान रखते रखा.
आज आशा कंडारा आरएएस में सलेक्शन होने पर बहुत खुश हैं. उनके दो बच्चे हैं. इसमें एक लड़का और एक लड़की है. उनका पूरा परिवार खुशियां मना रहा है. आशा ने पहली बार ही आरएएस की तैयारी की और उसी के साथ ही आरएएस में सलेक्शन भी हो गया. आशा का प्रशासनिक खंड में जाने का बचपन से ही शौक था. अब जाकर वह पूरा हो गया है. अब उन्होंने लोगों की मदद करने की भी जिम्मेदारी उठाई है.
दो बच्चे होने के किसी कारणवश आशा का तलाक हो गया जिसके चलते वो अपने पिता के घर ही रहने लगीं. मुसीबतों और संघर्ष के बीच जीवन कट रहा था. इसी बीच नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकली. इसमें उन्होंने आवेदन किया और आशा कंडारा की नगर निगम में सफाई कर्मचारी के पद पर नियुक्ति हो गई.
जोधपुर नगर निगम क्षेत्र में सड़कों पर झाड़ू लगाने वाली आशा कंडारा बखूबी नौकरी को अंजाम देने के बाद समय निकालकर अपने जीवन के लक्ष्य को साधने में जुटी रहीं. जब उसका परिणाम आया तो आंखों में खुशी के आंसू भी देखे गए. ऐसी कामयाबी मिली है कि जिसको लेकर समाज का हर कोई बधाई दे रहा है.
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