Manmohan Singh News: दिल्ली के गुरुद्वारा मजनूं का टीला के पास यमुना घाट पर रविवार (29 दिंसबर) को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अस्थि विसर्जन की रस्में निभाई गईं. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार कल (28 दिंसबर) निगम बोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था. उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी थी. 


इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता व सरकार के मंत्री मौजूद रहे.


श्रद्धांजलि देते हुए राहुल गांधी ने कही थी ये बात


पूर्व प्रधानमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे डॉ मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए राहुल गांधी ने कहा था, "आज डॉ मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई दी, डॉ मनमोहन सिंह की विनम्रता, मार्गदर्शन और देश के लिए उनका योगदान इतिहास के पन्नों में सदा जीवित रहेंगे." 


वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा था, "पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी को देश व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से आखिरी सलाम." पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, प्रियंका गांधी वाड्रा व विभिन्न पार्टियों के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे एवं विदेशी गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे.


कांग्रेस मुख्यालय से प्रारंभ हुई थी अंतिम यात्रा


पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा कांग्रेस मुख्यालय से प्रारंभ हुई थी. शनिवार (28 दिंसबर) सुबह पूरे सम्मान के साथ भारतीय सेना, नौसेना, और वायु सेना के अधिकारी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर लेकर कांग्रेस मुख्यालय आए थे. यहां स्वर्गीय मनमोहन सिंह की धर्मपत्नी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद थे. 


कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का ध्वज अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि देने के उपरांत पूर्व प्रधानमंत्री के शव को निगमबोध घाट लाया गया था.