Ashok Gehlot on Rajasthan CM Post: राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बढ़ गया है. इस बीच दिल्ली पहुंचे सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा है कि वह कांग्रेस हाईकमान का हर एक फैसला मानेंगे, उनके लिए पद मायने नहीं रखता है. कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बाद गहलोत ने शुक्रवार (30 सितंबर) को कहा कि राजस्थान में जो हुआ वो मेरे व्यवहार के खिलाफ था.
गहलोत ने गुरुवार (29 सितंबर) को सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर उनसे मुलाकात की थी. इसके बाद गहलोत ने कहा था कि वह अब अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे. साथ ही उन्होंने कहा था कि उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के बारे में फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी.
पायलट की सोनिया से हुई मुलाकात
गहलोत की सोनिया गांधी से मुलाकात के कुछ देर बाद राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी 10 जनपथ पहुंचे. सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद पायलट ने कहा कि राजस्थान के घटनाक्रम को लेकर उन्होंने अपनी भावनाओं से कांग्रेस अध्यक्ष को अवगत करा दिया है.
इन अहम मुलाकातों के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को लेकर सोनिया गांधी अगले एक-दो दिन में फैसला करेंगी. इसके बाद से मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस और बढ़ गया.
दरअसल, रविवार (25 सितंबर) को राजस्थान की राजधानी जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. माना जा रहा था कि इस बैठक में मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला लिया जाएगा, लेकिन यह बैठक नहीं हो सकी. यहां गहलोत और पायलट गुट पूरी तरह अलग-थलग दिखा.
इस घटनाक्रम के बाद पहली बार गुरुवार (29 सितंबर) को गहलोत (Ashok Gehlot) दिल्ली पहुंचे और उन्होंने सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात कर माफी मांगी. साथ ही पार्टी अध्यक्ष पद की दौड़ से अलग कर लिया.