Bharat Jodo Yatra COVID Protocol: दुनियाभर में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए भारत सरकार भी इसे लेकर कई तरह की तैयारियां कर रही है. इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में कोरोना नियमों के पालन की बात कही है. अब इस चिट्ठी को लेकर जमकर घमासान मचा है, कांग्रेस नेता सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि वो भारत जोड़ो यात्रा से परेशान हो गए हैं इसीलिए अब कोरोना का बहाना बनाकर इसे खत्म करने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस नेता और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी इस चिट्ठी पर सवाल उठाए और कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को सबसे पहले पीएम मोदी को चिट्ठी लिखनी चाहिए. 


'भारत जोड़ो यात्रा से घबरा गई मोदी सरकार'
कांग्रेस के कद्दावर नेता गहलोत ने अपने ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में लिखा, "राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर की सुबह पूरी हो गई पर यहां उमड़ी भारी भीड़ से भाजपा एवं मोदी सरकार इतनी घबरा गई है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री 20 दिसंबर को श्री राहुल गांधी को राजस्थान में कोविड प्रोटोकॉल की पालना करने हेतु पत्र लिख रहे हैं. यह स्पष्ट दिखाता है कि भाजपा का उद्देश्य बढ़ते जनसमर्थन से घबराकर भारत जोड़ो यात्रा को डिस्टर्ब करने का है."


पीएम मोदी की रैली का किया जिक्र
अशोक गहलोत ने पीएम मोदी की रैली का जिक्र करते हुए लिखा, दो दिन पहले प्रधानमंत्री जी ने त्रिपुरा में रैली की थी जहां किसी भी कोविड प्रोटोकॉल की पालना नहीं हुई. कोविड की दूसरी लहर में पीएम ने बंगाल में बड़ी रैलियां की थीं‌. अगर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का उद्देश्य राजनीतिक ना होकर उनकी चिंता जायज है तो उन्हें सबसे पहला पत्र प्रधानमंत्री को लिखना चाहिए था.


कांग्रेस हमलावर, बीजेपी ने दिया जवाब
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राहुल गांधी को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने को लेकर चिट्ठी लिखी, इस चिट्ठी के बाद कांग्रेस ने सरकार पर जमकर पलटवार किया और कहा कि सरकार राजनीति कर रही है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से बीजेपी बौखला गई है. लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ये सब किया जा रहा है. 


वहीं सरकार का बचाव करने उतरे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "सवाल ये खड़ा होता है कि क्या एक परिवार सभी प्रोटोकॉल से ऊपर है. ये मैं मान सकता हूं कि कांग्रेस में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से ज्यादा एक परिवार को मान्यता मिलती है परन्तु कोविड प्रोटोकॉल का तो उनको पालन करना होगा."


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