Congress President: कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) के चुनाव को लेकर सस्पेंस के बीच अब लगभग तय हो गया है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल नहीं करेंगे. ऐसे स्पष्ट संकेत इसलिए मिल रहे हैं क्योंकि कांग्रेस सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया कि राहुल गांधी फिलहाल 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) में ही रहेंगे और इस बीच दिल्ली (Delhi) नहीं आएंगे, जबकि नामांकन दाखिल करने के लिए स्वयं उपस्थित होना अनिवार्य है.
इस बीच कांग्रेस सांसद और जी23 गुट का प्रभावशाली चेहरा रहे डॉ. शशि थरूर (Dr. Shashi Tharoor) ने एक दिन पहले ही सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की थी, जिसके बाद खबर आई कि शशि थरूर खुद कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं.
थरूर के प्रस्ताव पर सोनिया का जवाब
सोनिया गांधी और शशि थरूर के बीच हुई बातचीत की एक्सक्लूसिव जानकारी एबीपी न्यूज को मिली है. कांग्रेस के विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि शशि थरूर ने एक दिन पहले हुई सोनिया गांधी से मुलाकात में उनसे कहा कि अगर अध्यक्ष पद के लिए गांधी परिवार के तीनों सदस्यों, यानी सोनिया गांधी खुद या राहुल गांधी या फिर प्रियंका गांधी में से कोई भी नामांकन दाखिल करते हैं तो वो खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे. वरना वो अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ना चाहेंगे. इसके बाद ही सोनिया गांधी ने उनसे कहा कि इस बार गांधी परिवार का कोई भी सदस्य अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेगा, लिहाज़ा जो भी चाहे वो चुनाव लड़ सकता है.
अशोक गहलोत के पक्ष में सोनिया गांधी
सूत्रों के मुताबिक, अगर राहुल गांधी अंत तक नहीं मानें तो शशि थरूर G23 की तरफ से 24 या 25 तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं. ऐसा हुआ तो देखना दिलचस्प होगा कि उनकी टक्कर किससे होती है. हाल ही में सोनिया गांधी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा था कि अध्यक्ष पद का चुनाव वो लड़ें मगर गहलोत ने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस से राहुल गांधी को ही दोबारा अध्यक्ष पद संभालने का प्रस्ताव भी पारित करा दिया था.
गहलोत ने रखी ये शर्त
गहलोत के करीबी सूत्रों के मुताबिक़, वह आखिरी वक़्त तक राहुल गांधी को मनाने की कोशिश करेंगे, लेकिन अगर राहुल नहीं मानें तो गहलोत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं. एबीपी न्यूज को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गहलोत ने भी शर्त रख दी है कि फिर राजस्थान का मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) को नहीं बल्कि सी पी जोशी को बनाया जाए. सीपी जोशी इस समय राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष हैं.
इस बीच सूत्रों से इस बात की भी जानकारी मिली थी कि गहलोत नहीं तो सोनिया गांधी पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ दलित नेता सुशील कुमार शिंदे को और राहुल गांधी मल्लिकार्जुन खड़गे को अध्यक्ष बनाने के पक्षधर थे.
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