नई दिल्लीः हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर ने कहा कि मैं जितने भी पदों हूं, मुझे सभी पदों से मुक्त कर दिया जाए और मैं एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी के लिए काम करूंगा. अशोक तंवर ने कहा कि दुख की बात ये है कि पार्टी के अंदर ही ऐसी ताकते हैं जिन्होंने पार्टी का विरोध किया और जमीन पर काम करने वालों को रोका गया. ब्लॉक अध्यक्ष या फिर जिला अध्यक्ष तक मुझे नहीं बनाने दिया गया. मेरे साथी गुटबाज़ी की भेंट चढ़ गए.
अशोक तंवर ने सोनिया गांधी को यह भी कहा कि हरियाणा कांग्रेस अब हुड्डा कांग्रेस में तब्दील हो चुकी है. पांच साल मैं हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष रहा लेकिन मुझे ब्लॉक अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष तक नियुक्त नहीं करने दिए गए क्योंकि कुछ व्यक्तियों के स्वार्थ उसमें शामिल थे. हरियाणा की राजनीति में कुछ ऐसे राजघराने हैं जिन्होंने आम परिवारों के युवाओं को आगे नहीं आने दिया कुछ ऐसे घराने कांग्रेस में हैं और कुछ बाक़ी राजनीतिक दलों में हैं.
दरअसल अशोक तंवर को हरियाणा विधानसभा चुनाव एक भी टिकट नहीं दी गई है. अशोक तंवर अपने समर्थकों के लिए 15 टिकट मांग रहे थे लेकिन जब टिकटों की घोषणा हुई तो तंवर के हिस्से में एक भी सीट नहीं आयी.
टिकटों का बंटवारा देखें तो
- भूपेन्द्र हुड्डा को सबसे ज़्यादा 60 सीट
- कुमारी शैलजा को 13 सीट
- रणदीप सुरजेवाला को 5 सीट
- कुलदीप बिशनोई को 4 और
- किरण चौधरी को 3 सीटें मिली.
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लेकिन पांच साल तक हरियाणा के अध्यक्ष रहने के बावजूद अशोक तंवर के किसी भी समर्थकों को टिकट नहीं दिए गए हैं. इसके लिए अशोक तंवर ये आरोप लगा रहे कि हरियाणा कांग्रेस अब हुड्डा कांग्रेस में तब्दील हो चुकी है. इसलिए उन्होंने सोनिया गांधी से निवेदन किया है कि मैं जिन भी पदों पर हूं मुझे सभी से मुक्त कर दिया जाए. इससे पहले अशोक तंवर ने सोनिया गांधी के घर से सामने प्रदर्शन भी किया था लेकिन कुछ काम नहीं आया.
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