Telecom Minister Order: केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकायतों पर सख्त रुख अपनाए हुए हैं. रेलवे में करीब 40 अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के बाद उन्होंने दूरसंचार विभाग में भी कार्रवाई शुरू कर दी है. उन्होंने यहां 10 अधिकारियों को वालंटियर रिटायर्ड कर दिया है.


भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति के तहत दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने टेलिकॉम डिपार्टमेंट के 10 सीनियर अफसरों को जबरन रिटायरमेंट पर भेज दिया है. सूत्रों के मुताबिक इन सभी अधिकारियों को भ्रष्टाचार में लिप्त होने के संदेह के चलते ऐसा किया गया है. सरकार ने अलग-अलग कानूनों में मिली शक्तियों का उपयोग करते हुए इन अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. 


संचार मंत्री ने लिया एक्शन


एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकायतें मिलने पर अश्विनी वैष्णव ने एक संयुक्त सचिव समेत दूरसंचार विभाग के 10 वरिष्ठ अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया. इन अधिकारियों में 9 अधिकारी निदेशक स्तर पर काम कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक सरकार ने सीसीएस (पेंशन) नियम, 1972 के पेंशन नियम 48 की धारा 56 (जे) में मिली शक्तियों का उपयोग करते हुए इन अधिकारियों की छंटनी की है. 


रेलवे विभाग में भी की थी कार्रवाई


दरअसल दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ये फैसला केंद्र सरकार द्वारा हर साल मनाए जाने वाले सुशासन दिवस की पूर्व संध्या पर लिया है. नरेंद्र मोदी सरकार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के तौर पर मनाती है. गौरतलब है कि इसके पहले भी अश्विनी वैष्णव कई अधिकारियों की इसी तरह छुट्टी कर चुके हैं. रेलवे विभाग में भी लगभग 40 अधिकारियों को उनके निराशाजनक प्रदर्शन और संदिग्ध हरकतों के कारण मजबूरन रिटायर कर दिया था.


सितंबर में बीएसएनएल (BSNL) के एक वरिष्ठ अधिकारी, जो कैबिनेट द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम के लिए 1.64 लाख करोड़ रुपये के पैकेज को मंजूरी देने के बाद वैष्णव की बैठक में झपकी लेते हुए पकड़े गए थे, उनको सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (voluntary retirement) दे दी गई थी.


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