76 गुमशुदा बच्चों को खोजने वाली कॉन्सटेबल सीमा ढाका ने रचा इतिहास, मिला आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
सीमा ढाका को आउट ऑफ़ टर्न प्रमोशन मिला है, इसकी खास वजह ये है कि उन्होंने महज तीन महीने 76 मासूम बच्चों को ढूंढ निकाला है.
![76 गुमशुदा बच्चों को खोजने वाली कॉन्सटेबल सीमा ढाका ने रचा इतिहास, मिला आउट ऑफ टर्न प्रमोशन ASI becomes head constable for the first time in the history of Delhi Police, Seema Dhaka promotes 76 children ANN 76 गुमशुदा बच्चों को खोजने वाली कॉन्सटेबल सीमा ढाका ने रचा इतिहास, मिला आउट ऑफ टर्न प्रमोशन](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/11/19221645/seema-dhaka.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी पुलिसकर्मी को हेड कॉन्स्टेबल को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर ASI बना दिया गया. हम बात कर रहे है हेड कांस्टेबल सीमा ढाका की जिन्हें आउट ऑफ़ टर्न प्रमोशन मिला है. इसकी खास वजह ये है कि सीमा ने महज तीन महीने 76 मासूम बच्चों को ढूंढ निकाला है.
इस कामयाबी के मौके पर एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान ने सीमा ढाका ने अपने अनुभव के बारे में बताया है. सीमा ढाका ने कहा, ''पुलिस अपना काम करती है, जो पुलिस की ड्यूटी होती है इस काम में मुझे लगा कि हम पुलिस की ड्यूटी के साथ-साथ सोशल वर्क भी कर रहे हैं और किसी मां बाप के बच्चों को हैंडोवर करना एक सबसे बड़ी खुशी है और ब्लेशिंग भी मिलती हैं और मुझे लगा कि यह काम करना चाहिए.''
अपने सीनीयर्स की तारीफ करते हुए सीमा ने कहा कि उनके सीपी हमेशा मोटिवेट करते थे कि उन्हें बच्चों को ढूंढना चाहिए.
अपने एक केस के बारे में जिक्र करते हुए सीमा ने कहा, ''केस तो सब तरह के बच्चो थे- मेल, फीमेल दोनों थे. एक केस था जिसमें कोई लड़का रेंट पर रहता था. रेंट पर रहते-रहते एक लड़की को बहका कर वह अपने साथ ले गया, और खुद फैक्ट्री में काम करने लगा. उसके बाद लड़की ने घरवालों से कांटेक्ट किया और बताया कि उसने बच्ची को जबरदस्ती गांव में रखा हुआ है. यह बात मुझे पता चली तब उस बच्ची को मैंने ढूंढ निकाला''
सीमा ने बताया कि कई केस में लड़के ड्रग के आदि भी थे. एक केस के बारे में जिक्र करते हुए सीमा ने बताया कि होशियारपुर, पंजाब का एक केस था जिसमें पांच साल की लड़की बच्ची भी पीड़ित थी.
केस में किस तरह से एक्शन लिया जाता है इसा बारे में सीमा कहती है कि परिवार की मदद से ही बच्चों को ट्रेस किया जाता है या फिर कभी कभी बच्चे भी परिवार से कांटेक्ट करते हैं.
सीमा ने कहा, मैं काफी खुश हूं कि कमिश्नर साहब ने मुझे आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया है. मेरी जो खुशी थी वह डबल हो गई है मैं कमिश्नर साहब का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने मुझे एएसआई बनाया है.
सीमा ने कहा कि वह इस काम को आगे भी जारी रखेंगी.
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