Aero India Show 2023: कर्नाटक के बेंगलुरु में आज (13 फरवरी) से शुरू होने जा रहे ‘एयरो इंडिया शो’ (Aero India Show 2023) के दौरान लोगों को हवाई प्रदर्शन और करतब देखने को मिलेंगे. यह शो येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर होगा, जोकि 13-17 फरवरी तक चलेगा. 109 विदेशियों समेत 807 एग्जीबिटर्स इसमें भाग लेंगे. 


एशिया के सबसे बड़े एयरो शो, एयरो इंडिया 2023 में भारत दुनिया को अपने स्वदेशी लड़ाकू विमानों से रूबरू कराएगा. साथ ही साल 2025 तक 35 हजार करोड़ के हथियारों के एक्सपोर्ट का टारगेट भी साधने जा रहा है. चुनावी साल में आयोजित एयरो शो के उद्घाटन समारोह में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरू में मौजूद रहेंगे‌. 


क्या है एयरो इंडिया शो


एयरो इंडिया शो एयरोस्पेस-डिफेंस सेक्टर के लिए प्रदर्शनी है. इसमें नए विमानों, हथियारों, तकनीकों का प्रदर्शन किया जाता है. प्रदर्शनी के साथ पब्लिक के लिए एयर शो भी कराया जाता है. इसमें भारत के तमाम हथियार अपनी ताकत दिखाएंगे. इस शो की शुरुआत 1996 में की गई थी. तबसे से अब तक हर दूसरे साल में इसका आयोजन किया जाता है. अब तक कुल 13 बार एयरो इंडिया शो कराया जा चुका है. 


क्या होगा एयरो इंडिया शो में खास?


पांचो दिन होने वाले फ्लाईंग पास्ट में कुल 67 फाइटर एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे. साथ ही इसमें 15 स्वदेशी HAL हेलिकॉप्टर, हल्का लड़ाकू विमान तेजस, राफेल, डीआरडीओ (DRDO) की स्वदेशी मिसाइल, स्वदेशी कॉम्बैट आर्चर ड्रोन अपना दम दिखाएंगे. फ्लाईपास्ट राफेल, सुखोई, मिराज-2000, मिग-29, एलसीए तेजस, अवैक्स टोही विमान हवाई कलाबाजियां दिखाएंगे. 


एयर शो में बड़े भागीदार


शो में रूस, अमेरिका, स्वीडन, फ्रांस और इजरायल की बड़ी भागीदारी रहेगी. रूस से 5TH जेन सुखोई-30, चेकमेट फाइटर जेट, ओरलान-30 ड्रोन, एंटी ड्रोन सिस्टम और 200 से ज्यादा रक्षा हथियार. अमेरिका से F-21 फाइटर जेट, F-18 फाइटर जेट, S-92 मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर, MH-60R रोमियो हेलिकॉप्टर, एंटी-टैंक जेवलिन. स्वीडन से ग्रिपेन-E फाइटर जेट और ग्रिपेन-F फाइटर जेट को शामिल किया जाएगा. 


भारत की ताकत दिखाएंगे विमान 


हल्का तेजस- भारत का हल्का लड़ाकू विमान तेजस एयर शो में आकर्षण का केंद्र रहने वाला है. इसकी ताकत देख दुनिया को भारत की ताकत का अंदाजा लगेगा. 6,500 किलोग्राम का यह विमान एक साथ 10 टारगेट पर निशाना साध सकता है. इसमें एक साथ छह तरह की मिसाइल तैनाती की जा सकती है. इतना ही नहीं हल्का तेजस 3000 किमी तक एक बार में उड़ान भरने का दम रखता है. 


हॉक-आई- भारत का हॉक-आई 100 किमी तक मारक क्षमता रखता है. 120 किलोग्राम का यह हथियार दुश्मन के बंकर्स उड़ाने में पूरी तरह सक्षम है. इसकी ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह एक निशाने पर एयरक्राफ्ट, रनवे तबाह कर सकता है. यह हल्के वजन वाला बेहतरीन गाइडेड बम है. 


HTT-40- एचएएल एचटीटी-40 देश में बना बेसिक ट्रेनर विमान है. यह अत्याधुनिक स्ट्रेटजिक सिस्टम से लेस है. यहां तक की इसे नेविगेशन-नाइट फ्लाइंग में इस्तेमाल किया जा सकता है. एचटीटी-40 कम दूरी से ऊंची उड़ान में सक्षम है. 450 किमी प्रति घंटे तक रफ्तार से यह दुश्मन पर वार कर सकता है. 


तपस-  दुश्मनों पर अचूक निशाना रखने वाला तपस दिन-रात की निगरानी में सक्षम है. यह 28,000 फीट ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. 18 घंटे से ज्यादा उड़ान क्षमता रखने वाला तपस ऑटोमैटिक टेकऑफ और लैंडिंग में महिर है. 


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