(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
असम में बाढ़ से 33 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, 9 लोगों की मौत के बाद आंकड़ा पहुंचा 85
असम में बाढ़ से 28 जिलों के 33 लाख से ज्यादा लोगों की जिंदगी पटरी से उतर गई है. मंगलवार को बाढ़ संबंधी घटनाओं में 9 और लोगों की मौत के बाद आंकड़ा 85 हो गया.
गुवाहाटी: असम में मंगलवार को बाढ़ संबंधी घटनाओं में नौ और लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा राज्य के 28 जिलों में 33 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है.
असम में बाढ़ से 28 जिले प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबकि डिब्रूगढ़ जिले में 3, तिनसुकिया और बारपेटा जिलों में 2-2, विश्वनाथ और गोलाघाट जिले में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है. बाढ़ संबंधी घटनाओं के कारण राज्य में अब तक 85 लोग जान गंवा चुके हैं. इससे पहले, मंगलवार को होजई, धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, उदालगुड़ी, दरांग, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमाड़ा, गोलपाड़ा, कामरूप, मोरीगांव, कामरूप महानगर, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, गोलाघाट, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया और कार्बी आंगलोंग में बाढ़ का पानी घुस गया था.
बारपेटा सबसे ज्यादा प्रभावित जिला
बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला बारपेटा है जहां 5 लाख 50 हजार से ज्यादा लोग पलायन को मजबूर हुए. इसके अलावा धुबरी में 4 लाख 11 हजार, मोरीगांव 4 लाख 8 हजार और दक्षिण सालमाड़ा जिले में 2 लाख 25 हजार लोगों की जिंदगी पटरी से उतर गई है. सोमवार को 27 जिलों में करीब 22 लाख लोगों के प्रभावित होने की जानकारी सामने आई थी. ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का पानी काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में घुस जाने से जानवर भी प्रभावित हुए थे. बाघ और अन्य जानवरों को जान बचाने के लिए मानव आबादी और ऊंचे इलाकों की ओर भागना पड़ा. बाढ़ के कारण 1 लाख 28 हजार कृषि योग्य भूमि भी पानी में डूब गई है. असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज धेमाजी जिले के जोनाई का दौरा कर बाढ़ के हालात की समीक्षा की. उन्होंने लखीमपुर और अपने विधानसभा क्षेत्र माजुली में हालात का भी जायजा लिया.
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