Assam Assembly Election: चुनाव के दौरान 110 करोड़ का सामान जब्त, बरामदगी के टूटे सभी रिकॉर्ड
Assam Assembly Election: असम में विधानसभा चुनाव के दौरान विभिन्न एजेंसियों ने 110 करोड़ का सामान जब्त किया है. इसी के साथ राज्य में बरामदी के सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं. ये जानकारी असम के मुख्य चुनाव अधिकारी नितिन खड़े ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी है. बता दें कि साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान 20 करोड़ का ही सामान बरामद किया गया था.
असम के मुख्य चुनाव अधिकारी नितिन खड़े ने बुधवार को कहा कि विधानसभा चुनावों के दौरान विभिन्न एजेंसियों द्वारा नकदी, शराब, ड्रग और अन्य सामानों की बरामदगी के बाद असम ने बरामदगी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है. गौरतलब है कि 2016 के चुनावों के दौरान, केंद्रीय और राज्य एजेंसियों ने यहां से 20 करोड़ रुपये से कम का माल जब्त किया था.
110.83 करोड़ रुपये की नकदी व अन्य सामान किया गया जब्त
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए नितिन खड़े ने कहा, " असम विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 26 फरवरी को आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू होने के बाद से अब तक 110.83 करोड़ रुपये की नकदी और अन्य कीमती सामान जब्त किया गया है." उन्होंने कहा कि, अभी तक 34.29 करोड़ रुपये की ड्रग्स और नशीले पदार्थों की बरामदगी, 33.44 करोड़ रुपये की 16.61 लाख लीटर से अधिक शराब, 3.50 करोड़ रुपये का सोना, चांदी और सोने की छड़ों के साथ 24.50 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई है.
राज्य के विभिन्न जिलों से तमाम चीजें बरामद
उन्होंने बताया कि असम पुलिस, फ्लाइंग स्क्वॉड, स्टेटिक सर्विलांस टीम, एक्साइज और अन्य प्रवर्तन और नियामक एजेंसियों द्वारा तलाशी अभियान के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों से ये तमाम चीजें जब्त की गई हैं. खड़े ने ये भी बताया कि उपहार, विदेशों में बनी सिगरेट, पोस्ता, काली मिर्च, पान मसाला समेत कई अन्य चीजें भी बरामद की गई हैं जिनकी कीमत 14.91 करोड़ रुपये है.
आबकारी नियमों के उल्लंघन मामले में 5,234 FIR दर्ज
उन्होंने ये भी बताया कि, “राज्य में अब तक खर्च की सीमा का उल्लंघन करने पर कार्रवाई करते हे 50 एफआईआर दर्ज की गई हैं जबकि आबकारी नियमों के उल्लंघन मामले में 5,234 एफआईआर दर्ज हुई हैं.” हालांकि इस दौरान उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि इन एफआईआर के सिलसिले में कितनों लोगों को हिरासत में लिया गया. उन्होंने ये भी बताया कि, “ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन को लेकर कुल 2,696 मामले दर्ज किए गए. इनमें से 1,272 मामले ऑनलाइन ई-विजिल ऐप के जरिए दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 908 मामले सही पाए गए.”
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