Assam: असम में हेल्थ सेक्टर में कितना हुआ विकास? रोजगार को लेकर क्या हुए काम? BJP विधायक जयंत मल्लबरुआ ने बताई ये बात
Jayanta Mallabaruah On Health Sector: असम के बीजेपी विधायक जयंत मल्लबरुआ ने कहा कि हर जिले में एक-एक मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था की जा रही है. पिछले 50 साल में असम में सिर्फ 3 ही मेडिकल कॉलेज थे.
Assam CM Political Secretary Jayanta Mallabaruah on Development: केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की सरकार ने पिछले कुछ सालों में असम के लिए क्या-क्या काम किए हैं?. इस पर एबीपी न्यूज ने असम (Assam) के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और बीजेपी विधायक (BJP MLA) जयंत मल्लबरुआ (Jayanta Mallabaruah) से बातचीत की है. प्रदेश में हुए विकास कार्यों को लेकर मल्ल बरुआ ने केंद्र सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों में जो काम मोदी सरकार (Modi Govt) ने असम के लिए किए हैं वो 50 सालों तक कांग्रेस के शासन में भी नहीं हो पाया था.
असम में बीजेपी के विधायक ने कहा कि प्रदेश में कई सेक्टर में विकास का काम तेजी से हुआ है. हेल्थ सेक्टर में काफी विकास का काम किया गया है. असम के लोगों की चाहत थी कि उन्हें अच्छा इलाज मिले क्योंकि यहां काफी संख्या में लोग कैंसर और दूसरी बीमारियों से पीड़ित हैं. ज्यादातर लोगों को इलाज के लिए दिल्ली या फिर चेन्नई जाना पड़ता है. केंद्र की मोदी सरकार की पहल से अभी यहां 1123 करोड़ रुपए की लागत से AIIMS का निर्माण हो रहा है.
असम में हेल्थ सेक्टर में कितना विकास?
विधायक जयंत मल्लबरुआ ने कहा कि हर जिले में एक-एक मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था की जा रही है. पिछले 50 साल में असम में सिर्फ 3 ही मेडिकल कॉलेज थे. मोदी सरकार के 8 साल के कार्यकाल में आज 25 मेडिकल कॉलेज बनाने का काम चल रहा है. केंद्र सरकार से यहां के लोगों को इतना प्यार मिल रहा है, इतना विकास का काम हो रहा है कि यहां के लोगों का माइंड सेट ही अब बदल गया है.
महिलाओं के लिए क्या हुए काम?
बीजेपी विधायक जयंत मल्लबरुआ से जब एबीपी न्यूज ने पूछ कि सरकार ने यहां महिलाओं के लिए क्या किया है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हैंडलूम और बुनाई के क्षेत्र में काफी काम किया गया है. सबसे बड़ा काम ये हुआ कि जो गांव में सेल्फ हेल्प ग्रुप हैं उनसे जुड़े लोगों ने अच्छा काम करना शुरू किया है. महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं और कमाई का रास्ता बनने से उनके लाइफ स्टाइल में भी बदलाव हुआ है.
क्या असम में रोजगार के अवसर बढ़े हैं?
रोजगार को लेकर पूछे गए सवाल पर जयंत मल्ल बरुआ ने कहा कि अब धीरे-धीरे यहां रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां यहां कम थी. इंडस्ट्रीज का उतना विकास नहीं हुआ था इसलिए लोगों को बाहर जाने का एक ट्रेंड था लेकिन अब गवर्नमेंट सेक्टर में भी और प्राइवेट सेक्टर में भी जॉब मिलना शुरू हुआ है. बहुत सारे नए इंडस्ट्रीज शुरू हुए हैं. अभी देखिए नोमालिगर रिफाइनरी का ट्रिपल एक्सपेंशन हुआ हैं, जो था उसका तीन गुना बढ़ा हैं. तो जब यह बढ़ जायेगा तो उसमें रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे.
एक साल में 1 लाख नौकरी का वादा
जयंत मल्ल बरुआ (Jayanta Mallabaruah) ने आगे कहा कि अब गवर्नमेंट सेक्टर में भी नौकरी के अवसर मिल रहे हैं. हमारे मुख्यमंत्री (Assam CM) ने कहा था कि एक साल में हमलोग एक लाख नौकरी देंगे. अभी तक 30,000 से अधिक लोगों को रोजगार (Employment) उपलब्ध कराए जा चुके हैं. अगले दो से तीन महीने में हमलोग एक लाख नौकरी देने के लक्ष्य को पूरा कर लेंगे. उधर, रजत देवरा ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा की 8 सालो में हमने देखा है कि डिजिटलाइजेशन बहुत बढ़ा है. जिसकी वजह से भ्रष्टाचार में काफी कमी आई हैं. पहले हमारे ऑफिस से लोग को बहुत से विभाग के जैसे सेल्स टैक्स हो, VAT जो सब विभाग में हमें जाना पढ़ता था. अब ये समस्याएं कम हुई है. आप सबकुछ अपने घर से बैठ कर के कर सकते हैं.
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