Caste Census: पहले सबसे पूछते थे जाति और अब..., हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी से पूछा वो सवाल, जो कर देगा कंफ्यूज
Assam CM Attack Rahul Gandhi: हिमंत विस्वा सरमा ने कहा कि वे कहते हैं कि मैं जाति जनगणना करवाऊंगा लेकिन अपनी जाति नहीं बताऊंगा, ऐसा कैसे होगा? जनगणना होगी तो उन्हें अपनी जाति बतानी पड़ेगी.
Himanta Biswa Sarma on Caste Issue: पिछले दिनों लोकसभा से शुरू हुई राहुल गांधी की जाति की बहस में अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी कूद गए हैं. झारखंड में शुक्रवार (2 अगस्त 2024) को हिमंत बिस्वा सरमा ने इस मुद्दे पर कहा, "पहले राहुल गांधी पत्रकारों से उनकी जाति पूछते थे. अब जब लोग उनसे उनकी जाति के बारे में पूछते हैं, तो उन्हें इससे परेशानी होती है.
असम के सीएम ने आगे कहा कि क्या जाति पूछे बिना जाति जनगणना होगी?... वे कहते हैं कि मैं जाति जनगणना करवाऊंगा लेकिन अपनी जाति नहीं बताऊंगा, ऐसा कैसे होगा?... अगर जनगणना होगी तो राहुल गांधी को अपनी जाति बतानी पड़ेगी.
#WATCH | Ranchi, Jharkhand: Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma says, "Earlier Rahul Gandhi used to ask journalists about their caste. Now when people ask him about his caste, he has a problem with it. Will the caste census be conducted without asking about caste?... He says… pic.twitter.com/8W3IfmiNuB
— ANI (@ANI) August 2, 2024
लोकसभा से शुरू हुई थी राहुल की जाति पर बहस
बता दें कि राहुल गांधी की जाति को लेकर बहस तीन दिन पहले लोकसभा में शुरू हुई. तब बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा था कि जिन्हें अपनी जाति के बारे में नहीं पता वो जाति जनगणना की बात कर रहे हैं. इस बयान पर सदन में काफी हंगामा हुआ. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि आप जाति कैसे पूछ सकते हैं. इसके अलावा पूरा विपक्ष इसे लेकर मोर्चा खोले हुए है और अनुराग ठाकुर से माफी मांगने की मांग की जा रही है.
सरमा ने उठाया रोहिंग्या घुसपैठ का भी मामला
वहीं दूसरी ओर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने दो दिन पहले यानी बुधवार को भारत में रोहिंग्या घुसपैठ के मामले पर भी खुलकर अपनी बात रखी थी. उन्होंने कहा था कि इनकी जनसंख्या काफी बढ़ गई है और जनसांख्यिकी में बदलाव आने का खतरा वास्तविक और गंभीर है. रोहिंग्या लगातार भारत-बांग्लादेश सीमा का इस्तेमाल करके भारत में आ रहे हैं और कई राज्य जनसांख्यिकीय बदलाव की समस्या का सामना कर रहे हैं.
झारखंड और पश्चिम बंगाल सरकार पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा था कि असम, भारत-बांग्लादेश सीमा के केवल एक हिस्से की पहरेदारी कर रहा है, लेकिन एक बड़ा क्षेत्र अभी भी खुला है. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल और झारखंड सरकारें इन घुसपैठियों के प्रति नरम रुख अपना रही हैं और इसे रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है.