नगांव: असम की सरकार ने राज्य में ड्रग्स और ड्रग्स तस्करों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है. इसी कड़ी में रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने नगंवा जिले में जब्त किए गए ड्रग्स पर बुल्डोजर चला दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पता है कि असम से भारत में ड्रग्स भेजी जाती हैं. उन्होंने ये कहा कि उस सप्लाई की लाइन को काट देना और इसके उत्पदान को बंद करना उनका कर्तव्य है.
इससे पहले शनिवार को नशीले पदार्थो के खिलाफ असम सरकार के अभियान के तहत और राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए राज्य के चार जिलों में सार्वजनिक समारोहों में 170 करोड़ रुपये के जब्त नशीले पदार्थो को जला दिया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नशीली दवाओं के खतरे और नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है.
मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा कि नई सरकार के 10 मई को सत्ता संभालने के बाद से राज्य के विभिन्न हिस्सों से नशा तस्करी के 874 मामले दर्ज किए गए हैं, 1,493 ड्रग डीलरों को गिरफ्तार किया गया है और 170 करोड़ रुपये की नशीली दवाइयां जब्त की गई हैं.
सरमा, जिनके पास गृह विभाग भी है, ने कहा कि पिछले दो महीनों में, असम पुलिस ने 19 किलो हेरोइन, 14 किलो अफीम, 1,920 किलो मॉर्फिन, 33,014 पोस्ता पुआल, 8,276 किलो गांजा, 67,650 बोतल कफ सिरप, 12,93,000 जब्त किया है. उच्च उत्तेजक गोलियां, 1 करोड़ रुपये नकद, 13,630 रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा, 6.80 लाख रुपये की नकली भारतीय मुद्रा और 31 बीघा भूमि में भांग (गांजा) के बागान को नष्ट कर दिया. जब्त की गई इन दवाओं को कार्बी आंगलोंग, गोलाघाट, होजई और नगांव जिलों में सार्वजनिक समारोहों में जलाया गया था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मणिपुर और नगालैंड के मुख्यमंत्री नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में असम सरकार का समर्थन करते रहे हैं. उन्होंने कहा, "अमित शाह ने कहा है कि मादक पदार्थों की तस्करी, पशु तस्करी और मानव तस्करी पूर्वोत्तर क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं हैं, जिनसे सर्वोच्च प्राथमिकता से निपटा जाना चाहिए." उन्होंने कहा कि हालांकि असम को पहले ड्रग डीलर ज्यादातर ट्रांजिट रूट के रूप में इस्तेमाल करते थे, लेकिन धीरे-धीरे यह एक बड़े बाजार के रूप में उभरा.
सीएम सरमा ने कहा, "नशीले पदार्थों की ज्यादातर तस्करी म्यांमार से की जाती है. असम में सैकड़ों युवाओं को विभिन्न नशीले पदार्थों के साथ गुमराह किया जा रहा है." मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को नशा करने वालों के खिलाफ सख्त और निर्णायक कार्रवाई करने की पूरी आजादी दी गई है, ताकि समाज को इस बुराई से निजात मिल सके.