Assam News: देश का उत्तरपूर्वी राज्य असम (Assam) इन दिनों भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण बाढ़ (Flood) और भूस्खलन (Landslide) की समस्या से जूझ रहा है. ऐसे में आए दिन यहां मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है, वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगी सर्च एंड रेस्क्यू टीम (Search and Rescue Team) लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही है. फिलहाल इसी बीच मंगलवार 12 जुलाई को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने बाढ़ प्रभावित इलाकों (Flood-Affected Area) का दौरा किया.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य के चिरांग और बोंगाईगांव जिलों के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया. जिसके साथ ही उन्होंने पीड़ितों की शिकायतें सुनने के साथ ही, राहत और बचाव कार्य में लगी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम से मिल समीक्षा की.
राहत और बचाव कार्यों का लिया जायजा
असम के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि 'निजला नदी के उफान पर होने की वजह से बाढ़ की चपेट में आए चिरांग जिले में लाओखरीगुड़ी राहत शिविर का दौरा किया, इसके साथ ही वहां लोगों को मिल रही सुविधाओं की समीक्षा की गई. इसके साथ ही लाओखरीगुड़ी में कटाव प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया और जल संसाधन विभाग को इनकी रक्षा के लिए एक लॉन्ग टर्म योजना तैयार करने के लिए कहा गया.'
बाढ़ और भूस्खलन से असम में इस साल 192 मौतें
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार बताया जा रहा है कि इस साल असम में आई बाढ़ और भूस्खलन से लगभग 89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. फिलहाल इस साल अभी तक असम में बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 192 हो गई है. वहीं बाढ़ से 34 जिलों में लगभग 2.40 लाख हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है.
मछली पालन कर रहे किसानों की मदद करेगी सरकार
ASDMA के अनुसार असम (Assam) में 12 जिलों के करीब 5.39 लाख लोग अब भी बाढ़ (Flood) से प्रभावित हैं. वहीं असम के आठ जिलों में बनाए गए 114 राहत शिविरों में 38,751 लोग अब भी रह रहे हैं. इसी बीच असम के मत्स्य पालन मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य (Fisheries Minister of Assam, Parimal Suklabaidya) ने कहा है कि बाढ़ में भारी नुकसान उठाने वाले मछली पालन कर रहे किसानों को राज्य सरकार की ओर से सहायता प्रदान की जाएगी.
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