Assam Child Marriage: 'सहानुभूति देना पुलिस का काम नहीं,' सख्त अंदाज में बोले सीएम हिमंत बिस्वा सरमा, गिरफ्तार लोगों के लिए बनाई जा रहीं अस्थाई जेल
Assam: असम में बाल विवाह के खिलाफ तीन फरवरी से एक्शन चल रहा है और अब तक 2441 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
Assam Child Marriage: असम में बाल विवाह (Child Marriage) के खिलाफ बड़े पैमाने पर पुलिस का एक्शन चल रहा है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने बाल विवाह में शामिल लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि ये कार्रवाई जारी रहेगी.
पुलिस ने इस अभियान के तहत अब तक 2441 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपी लोगों को पुलिस ने रखने के लिए अस्थायी जेल (Temporary Jail) तैयार किए हैं. असम के गोलपारा में मटिया ट्रांजिट कैंप और सिलचर में एक स्टेडियम को अस्थायी जेल के तौर पर तैयार किया गया है. इस अस्थायी जेल में 18 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने के मामले में गिरफ्तार लोगों को रखा जाएगा. इन गिरफ्तार लोगों में पुजारी से लेकर काजी, विवाहित नाबालिगों और उनके परिवारों समेत राज्य भर से 2,441 लोग शामिल हैं.
समाज बाल विवाह के खिलाफ है- सीएम हिमंत बिस्वा सरमा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "हमारा विचार इन्हें जेल में रखने का नहीं है. हम बस ये बताना चाहते हैं कि समाज बाल विवाह के खिलाफ है." उन्होंने खुले शब्दों में कहा, "कार्रवाई चल रही है और इसे जारी रखेंगे." परिवार में इकलौते शख्स के कमाने वाले की गिरफ्तारी पर बोलते हुए सीएम ने कहा, "अगर परिवार में एकमात्र कमाने वाला शख्स आरोपी बनता है तो क्या पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं करेगी? कानून में सहानभूति शब्द नहीं हो सकता. 'सहानुभूति' का भाव केवल अदालत रख सकती है."
कछार से 80 लोग गिरफ्तार
असम पुलिस के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया, "हमने मटिया ट्रांजिट कैंप और सिलचर में एक स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदल दिया है. ट्रांजिट कैंप में 3,000 लोगों को रखे जाने की क्षमता है." असम के कछार शहर के एसपी नुमाल महट्टा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, कछार से अब तक 80 लोगों को गिरफ्तारी हुई है और अभी ऑपरेशन जारी रहेगा जिससे उम्मीद है ये संख्या और बढ़ेगी.
प्रदेश से बाल विवाह को खत्म करना उद्देश्य- डीजीपी
दरअसल, बाल विवाह के खिलाफ प्रदेश में तीन फरवरी से एक्शन चल रहा है. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जीपी सिंह ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, पुलिस का किसी को परेशान करने का उद्देश्य नहीं हैं. हमारा केवल ये लक्ष्य है कि दो से तीन साल के अंदर हम प्रदेश से बाल विवाह को पूरी तरह खत्म कर दें. उन्होंने बताया, हमने अब तक बाल विवाह से जुड़े 4074 मामले दर्ज किए हैं और 2441 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. सिंह आगे बोले, अब हमारे लिए चार्चशीट दाखिल करना सबसे बड़ी चुनौती है.
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