‘मुहर्रम के लिए अनुमति दी लेकिन हिंदुओं को…’, हेमंत सोरेन पर बरसे असम सीएम हिमंत सरमा
Jharkhand: महुदी में रामनवमी में जुलूस निकालने को लेकर दो समुदाय के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड सरकार पर हमला बोला है.
Jharkhand: झारखंड के हजारीबाग के महुदी में रामनवमी में जुलूस निकालने को लेकर दो समुदाय के बीच तनाव बढ़ गया है. हिंदू समाज की तरफ से इसको लेकर लगातार प्रदर्शन किया जा रहा था. इसी बीच धरना स्थान पर पथराव की वजह से ये तनाव और ज्यादा बढ़ गया है.
इसको लेकर प्रशासन से भी अनुमति मांगी गए थी, लेकिन प्रशासन की तरफ से इसे मना कर दिया था. जिस पर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड सरकार पर निशाना साधा है.
झारखंड सरकार पर बोला हमला
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "महुदी में हमारे हिंदू समुदाय की एक छोटी सी मांग थी कि रामनवमी का झंडा यहां लाने की अनुमति दी जाए. हालांकि हिंदू समुदाय को अनुमति नहीं मिली. दूसरों को मुहर्रम के लिए अनुमति मिल गई. अभी हमारी राज्य में सरकार नहीं हैं, लेकिन राज्य में बीजेपी की सरकार बनाने के बाद हम फिर से रामनवमी का झंडा लेकर आएंगे.
पीड़ित परिवारों से मुलाकात की
इससे पहले बड़कागांव विधानसभा के महुदी गांव में मुहर्रम के दिन दो गुटों के बीच हुई झड़प हुई थी. इसको लेकर महुदी गांव के पीड़ित परिवारों से असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल के आवास पर मुलाकात की. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल, बड़कागांव के पूर्व विधायक लोकनाथ महतो सहित पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे.
उन्होंने लोगों से बड़कागांव के महुदी में हुई घटना की जानकारी ली. उन्होंने जेल में बंद अमन कुमार की मां और पिता को भरोसा दिलाया है कि इस लड़ाई में वो उन साथ हैं. झारखंड सरकार सिर्फ एक समुदाय को खुश करने की कोशिश में लगी हुई है. वो तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं.
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