‘कांग्रेस की राजनीति हिंदुओं के लिए नहीं’, हिमंत बिस्व सरमा ने सोनिया-राहुल से पूछे सवाल
Himanta Biswa Sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की राजनीति हिंदुओं के खिलाफ है. उन्होंने कांग्रेस नेताओं से कई सवाल पूछे हैं.
Himanta Biswa Sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार (20 फरवरी) को कांग्रेस की आलोचना करते हुए दावा किया कि उसकी राजनीति हिंदुओं के लिए नहीं है. सरमा लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विजय संकल्प यात्रा की शुरुआत के सिलसिले में तेलंगाना के निर्मल जिले के भैंसा में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने सवाल किया कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता, आमंत्रित किए जाने के बावजूद अयोध्या में राम मंदिर कार्यक्रम में क्यों शामिल नहीं हुए. उन्होंने दावा किया कि वह आयोजन राजनीतिक नहीं था.
'आपको हिंदुओं से प्रेम नहीं है'
उन्होंने कांग्रेस पार्टी से सवाल किया, 'आप क्यों नहीं गए? क्या आपको हिंदुओं से प्रेम नहीं है? क्या आप हमेशा ‘रजाकारों’ और बाबर के साथ रहेंगे.' सरमा ने कहा कि देश ‘रजाकारों’ और बाबर के साथ खड़ा नहीं होगा. उन्होंने इतिहास की ओर इशारा करते हुए यह स्पष्ट नहीं किया कि वह वर्तमान में किसका जिक्र कर रहे हैं.
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की अनुमति नहीं दी. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए दावा किया कि कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में 30 सीट भी नहीं जीत पाएगी.
कांग्रेस ने किया था राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार
अयोध्या में बनकर तैयार हुए भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम (22 जनवरी को) का बहिष्कार कांग्रेस ने दिया था. राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट की ओर से आमंत्रण मिलने के बावजूद न तो सोनिया गांधी और ना ही राहुल गांधी कार्यक्रम में शामिल हुए. कांग्रेस के चीफ मल्लिकार्जुन खरगे या लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर चौधरी ने भी कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी. पीएम नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, जिसके बाद से मंदिर भक्तों के लिए खोल दिया गया है.
(भाषा इनपुट के साथ)