Himanta Biswa Sarma attack on Nana Patole: लोकसभा चुनाव के दौरान एक बार फिर से राम मंदिर का मुद्दा उठ गया है. इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के एक बयान ने देश की सियासत में हलचल मचा दी है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनाने के बाद वो राम मंदिर का शुद्धिकरण करवाएंगे. उनके इस बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हमला बोला है.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के बयान पर पलटवार करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'नाना पटोले ने बेहद खतरनाक बयान दिया.सोनिया गांधी का धर्म क्या है? और अगर राम मंदिर के शुद्धिकरण का काम सोनिया गांधी करेंगी तो क्या हिंदू चुप बैठेंगे? सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर बना है.'
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कही थी ये बात
राम मंदिर को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा था, सभी शंकराचार्यों ने इस प्राण प्रतिष्ठा का विरोध किया था. हम सभी शंकराचार्यों से राम मंदिर का कराएंगे. उसके बाद वहां पर राम दरबार स्थापित किया जाएगा. मंदिर में गवान राम की मूर्ति नहीं है, बल्कि रामलला का बाल स्वरूप स्थापित है. प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर के निर्माण में प्रोटोकॉल के खिलाफ काम किया है. हम इसे धर्म के आधार पर करेंगे.
सुधांशु त्रिवेदी ने भी उठाए थे सवाल
नाना पटोले के बयान पर बीजेपी के नेता सुधांशु त्रिवेदी भी सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था, 'इंडी गठबंधन के नेताओं के दिल के अरमान अपने असली रंग दिखा रहे हैं, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने श्री राम मंदिर को लेकर बेहद आपत्तिजनक और विवादित बयान दिया है. यह इतना निम्न स्तरीय है कि इसके जितना निंदा की जाए उतनी कम, उन्होंने कहा है कि श्री रामजन्मभूमि का शुद्धिकरण होना चाहिए. खास बात यह है कि यह बयान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के श्री राम मंदिर के दर्शन के ठीक बाद आया है, सारे इंडी गठबंधन के लोगों से पूछना चाहता हूं कि आप आदिवासी समाज के अपमान पर क्यों आमदा है, यह सीधा SC-ST समाज का घनघोर अपमान है और कांग्रेस पार्टी के अंदर का द्वेषभाव उतरकर क्रमश सामने आ रहा है.