Congress and BJP Fight in Assam: आगामी लोकसभा चुनावों से पहले असम में भी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच जुबानी जंग जारी है. दोनों ही दल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार (27 फरवरी) को कहा कि 2026 के विधानसभा चुनाव तक केवल कुछ मुस्लिम विधायक ही कांग्रेस में रहेंगे.


बिश्वनाथ जिले के गोहपुर में एक कार्यक्रम में सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि रकीबुल हुसैन, रेकीबुद्दीन अहमद, जाकिर हुसैन सिकदर, नुरुल हुदा और कुछ अन्य विधायक ही कांग्रेस पार्टी में बने रहेंगे.


राणा गोस्वामी को लेकर क्या बोले सीएम सरमा?


जब हिमंत बिस्व सरमा से पूछा गया कि क्या हाल ही में कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस नेता राणा गोस्वामी बीजेपी में शामिल हो रहे हैं तो इस पर असम के सीएम ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. वह कांग्रेस के ताकतवर नेता हैं और अगर वह बीजेपी में शामिल होते हैं तो मैं इसका स्वागत करूंगा.


पीयूष हजारिका ने भी किया ये दावा


मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के सुर में सुर मिलाते हुए राज्य के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा, "मैंने जिन नामों का जिक्र किया है, उन्हें छोड़कर बाकी सभी कांग्रेस नेता और विधायक हमारे संपर्क में हैं."


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने लगाए सीएम पर ये आरोप


दूसरी तरफ असम प्रदेश कांग्रेस (पीसीसी) प्रमुख भूपेन बोरा ने का कहना है कि सीएम सरमा उनसे डरते हैं. इस बात की पुष्टि उनके मेरे और मेरे परिवार के प्रति कटु व्यवहार से होती है. मीडिया से बातचीत में बोरा ने कहा कि मेरे भाई और भाभी दोनों सरकारी कर्मचारी हैं. पहले एक ही शहर में दोनों कार्यरत थे, लेकिन सीएम ने मेरे भाई और भाभी दोनों का ट्रांसफर राज्य के दो विपरीत कोनों में कर दिया है.


'मुझ पर हमला करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं' 


भूपेन बोरा ने आगे कहा कि जनवरी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मुझ पर हमला हुआ था. इसके बाद मैंने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन अभी तक मुझे अतिरिक्त सुरक्षा नहीं दी गई है. जिन लोगों ने मुझ पर हमला किया था, उन्हें यूं ही खुले में घूमने दिया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा ''ऐसे राज्य में जहां असहमति की कविता लिखने या तीखा ट्वीट लिखने पर आपको गिरफ्तार किया जा सकता है, वहां कल्पना करें कि एक हमलावर बेखौफ होकर खुलेआम घूम रहा है.''


'असम में मुझसे डरते हैं सीएम हिमंत'


भूपेन बोरा ने कहा, ''कटुता भय का प्रतीक है! मुझे यकीन है कि अगर असम में कोई एक व्यक्ति है जिससे सीएम हिमंत सचमुच डरते हैं, तो वह मैं हूं. क्यों? क्योंकि मेरे और मेरे परिवार के प्रति उनका कटु व्यवहार उनके भीतर के डर को उजागर करता है.'' उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री यहां-वहां कुछ विधायकों को खरीद सकते हैं, लेकिन वह मुझे नहीं खरीद सकते.


बोरा के आरोपों पर हजारिका की सफाई


बोरा के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए असम के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को राज्य के किसी भी कोने में सेवा करनी चाहिए. किसी बड़े कांग्रेस नेता का रिश्तेदार होने का मतलब यह नहीं है कि उन्हें विशेष उपचार मिलेगा.


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