Himanta Biswa Sarma On Congress: असम की हिमंत सरकार राजधानी गुवाहाटी में बाढ़ को लेकर जबरदस्त आलोचना का सामना कर रही है. इस दौरान मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी पर निशाना साधा था. उन्होंने मुस्लिम शख्स की प्राइवेट यूनिवर्सिटी पर 'फ्लड जिहाद' (बाढ़ जिहाद) फैलाने का आरोप लगाया है. जिसके बाद से सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. सीएम हिमंत ने कहा कि जब उन्होंने मेघालय यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के बारे में बात की तो सभी ने उनकी आलोचना की.


न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि इससे पहले तरुण गोगोई ने कहा था कि गुवाहाटी में बाढ़ का मुख्य कारण जोराबाट है. हालांकि, अब कांग्रेस और तरुण गोगोई के बेटे ने मुझे गाली दी कि मैं मेघालय यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी का नाम क्यों लेता हूं.


असम में चल रही शिक्षा को नष्ट करने की बड़ी साजिश- CM हिमंत


सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने आगे कहा कि मैंने वही दोहराया जो तरुण गोगोई ने पहले कहा था. पहाड़ियां गुवाहाटी की ओर क्यों कटीं और मेघालय की ओर क्यों नहीं. क्या यह बाढ़ जिहाद नहीं है? असम में शिक्षा को नष्ट करने की एक बड़ी साजिश चल रही है.






क्या है मामला?


हाल ही में असम में आई बाढ़ के बीच मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने हालात को और खराब करने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी मेघालय (USTM) को दोषी ठहराया है. सीएम सरमा ने आरोप लगाया कि मेघालय के री-भोई जिले के बारिडुआ में असम-मेघालय सीमा पर स्थित USTM, मेघालय की पहाड़ियों से गुवाहाटी में पानी के प्रवाह को रोक रहा है. उनका दावा है कि यूनिवर्सिटी के निर्माण ने प्राकृतिक जल प्रवाह को रोक दिया है, जिससे शहर में भयंकर बाढ़ आई है.


सरमा ने परिसर के निर्माण के लिए पहाड़ियों की बड़े पैमाने पर खुदाई के लिए USTM की आलोचना करते हुए कहा, "यूनिवर्सिटी ने अपनी भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाते हुए एक बड़ी पहाड़ी खोद दी है. यूनिवर्सिटी को बनाने के लिए मेघालय की 4-5 से ज्यादा पहाड़ियों को काटा गया है.


बाढ़ के लिए यूनिवर्सिटी को ठहराया जिम्मेदार


इस मामले में सीएम सरमा ने आरोप लगाया कि शहर में बाढ़ की वजह यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी मेघालय (USTM) है. यह यूनिवर्सिटी पड़ोसी राज्य के री-भोई जिले में मौजूद है. USTM जोकि साल 2008 में बनाई गई एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है. इस यूनिवर्सिटी की स्थापना महबूबुल हक ने की थी. वह यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति भी हैं. महबूबुल हक असम के बराक घाटी के करीमगंज जिले के बंगाली मूल के मुस्लिम हैं. इस यूनिवर्सिटी में लगभग 6,000 छात्र पढ़ रहे हैं.


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