Assam CM Himanta Biswa Sarma On Rahul Gandhi: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करते हुए उनकी तुलना "दिशाहीन मिसाइल" से की और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उन्हें प्रशिक्षित करने का अनुरोध किया. झारखंड के लिए भाजपा के चुनाव सह-प्रभारी शर्मा ने राज्य में जनजातीय समुदायों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त करते हुए दावा किया कि मणिपुर के जनजातीय समुदायों की तुलना में उन्हें अधिक गंभीर खतरे का सामना करना पड़ रहा है.


सरमा ने कहा, "मैं सोनिया गांधी से राहुल गांधी को प्रशिक्षित करने का आग्रह करता हूं क्योंकि एक अनियंत्रित मिसाइल दिशाहीन हो जाती है." उन्होंने राहुल पर जनजातीय समुदायों, दलितों और अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) को विभाजित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया.


'झारखंड में जनजातीय समुदायों की हालत मणिपुर से बदतर'


असम के सीएम ने पत्रकारों से कहा कि मणिपुर में जनजातीय आबादी बढ़ रही है जबकि झारखंड में बड़े पैमाने पर घुसपैठ के कारण यह कम हो रही है. उन्होंने कहा, "झारखंड में जनजातीय समुदायों की हालत मणिपुर से बदतर है. राहुल गांधी ने भोगनाडीह और गैबाथन जैसे घुसपैठ प्रभावित इलाकों का कभी दौरा नहीं किया."


सरमा ने कहा, "राहुल गांधी को कोई गंभीरता से नहीं लेता. हमारा चुनावी एजेंडा झारखंड में झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा ‘माटी, बेटी, रोटी’ के शोषण पर केंद्रित है."


'राहुल गांधी आदिवासी विरोधी और ओबीसी विरोधी'


भाजपा की ओर से आदिवासियों को "वनवासी" कहे जाने संबंधी राहुल गांधी द्वारा लगाए आरोपों को लेकर शर्मा ने कहा, "हम जनजातीय समुदायों को आदिवासी मानते हैं. भाजपा नेता आदिवासी शब्द का हमेशा सम्मान के साथ इस्तेमाल करते हैं."


सरमा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, "राहुल गांधी झारखंड आए, लेकिन उन्होंने घुसपैठियों के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा और न ही उनकी ‘इंडिया’ गठबंधन सरकार ने ओबीसी के लिए किए गए वादों को पूरा किया है. राहुल गांधी आदिवासी विरोधी और ओबीसी विरोधी हैं." झारखंड में विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को होंगे तथा मतगणना 23 नवंबर को होगी.


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