Himanta Biswa Sarma Hits Back AT Manish Sisodia: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर अपनी सफाई दी है. दिल्ली के डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने हिमंत बिस्वा सरमा पर पीपीई किट (PPE Kit) मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. इसके बाद असम के सीएम इसे लेकर अपनी सफाई पेश करते हुए सिसोदिया पर बरस पड़े. उन्होंने कहा कि आधे-अधूरे कागजात मत दिखाइए, हिम्मत हो तो पूरी बात बताएं. भ्रष्टाचार के आरोपों पर उन्होंने अपनी पत्नी का भी बचाव किया. उन्होंने मनीष सिसोदिया को आपराधिक मानहानि (Criminal Defamation) के मुकदमे का सामना करने की भी चेतावनी दी.


असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि जब देश भीषण कोरोना महामारी का सामना कर रहा था तब असम के पास मुश्किल से कोई पीपीई किट हो. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी कोरोना महामारी के दौरान सरकार को सैकड़ों किट मुफ्त में दान किए. हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें याद है कि दिल्ली में असम के एक कोरोना पीड़ित का शव लेने के लिए 7 दिन इंतजार करना पड़ा था.


सिसोदिया पर पलटवार और पत्नी का बचाव


असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, 'ऐसे वक्त में जब पूरा देश सबसे भीषण महामारी का सामना कर रहा था, असम के पास शायद ही कोई पीपीई किट हो. मेरी पत्नी ने आगे आने और जीवन बचाने के लिए सरकार को लगभग 1500 पीपीई किट मुफ्त में दान करने का साहस किया. उन्होंने इसके लिए एक पैसा भी नहीं लिया." उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि सिसोदिया उपदेश देना बंद करें, आप जल्द ही आपराधिक मानहानि का सामना करेंगे.






7 दिन करना पड़ा था इंतजार- हिमंत बिस्वा सरमा


असम के सीएम ने एक और ट्वीट में लिखा, 'मनीष सिसोदिया जी आपने उस वक्त अपना एक अलग रूप दिखाया. आपने दिल्ली में फंसे असम के लोगों की मदद के लिए मेरे कई कॉल्स को नजरअंदाज कर दिया. ये कभी नहीं भूल सकता जब मुझे दिल्ली के मुर्दाघर से असम के एक कोरोना पीड़ित का शव लेने के लिए 7 दिन तक इंतजार करना पड़ा था.'






मनीष सिसोदिया का क्या है आरोप?


दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने दावा किया है कि असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने अपनी पत्नी, बेटे के बिजनेस पार्टनर्स की कंपनियों को 2020 में पीपीई किट की आपूर्ति के लिए सरकारी ठेके दिए. 2020 में हिमंत बिस्वा सरमा स्वथ्य मंत्री थे. इसी दौरान पीपीई किट (PPE Kit) खरीदने के लिए टेंडर जारी किए गए थे. उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि बीजेपी इस खुले भ्रष्टचार पर क्यों चुप है. ये अपराध है कि नहीं? 600 रुपए की किट 990 रुपए और 1680 रुपए में बेचना घोटाला है कि नहीं?.


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