'असम में गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार बस कांग्रेस...', हिमंत बिस्वा सरमा का बड़ा बयान
Himanta Biswa Sarma: असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने कांग्रेस को चुनौती दी है कि अगर प्रदेश अध्यक्ष भूपेन बोरा गोमांस पर प्रतिबंध लगाने का लिखित अनुरोध करते हैं तो वह इसे लागू करने के लिए तैयार हैं.
Bovine Meat Ban: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है जिसमें उन्होंने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा से गोमांस पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कांग्रेस अध्यक्ष उन्हें लिखित में ये मांग करेंगे तो वह गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं. इस बयान के बाद राज्य में गोमांस पर प्रतिबंध को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है.
सामगुड़ी विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा की जीत और कांग्रेस की हार पर मुख्यमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के लिए इतिहास की सबसे बड़ी शर्मिंदगी है क्योंकि यह सीट पिछले 25 सालों तक कांग्रेस के पास रही थी. उन्होंने यह भी कहा कि सामगुड़ी में 27,000 मतों के अंतर से हारना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है और यह भाजपा की जीत से कहीं ज्यादा कांग्रेस की हार है.
रकीबुल हुसैन के बयान पर मुख्यमंत्री का तंज
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन की ओर से गोमांस पर किए गए बयान पर भी टिप्पणी की. हुसैन ने गोमांस को गलत बताते हुए कहा था कि चुनाव में गोमांस बांटना करना गलत है. शर्मा ने इस बयान के संदर्भ में सवाल उठाते हुए कहा "क्या कांग्रेस ने सामगुड़ी उपचुनाव में गोमांस वितरित करके जीत हासिल की थी?" उन्होंने ये भी कहा कि रकीबुल हुसैन ने जो बयान दिया है वह एक अच्छा कदम है और अब भूपेन बोरा को इसे लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
गोमांस पर प्रतिबंध के मुद्दे पर सीएम का दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि अगर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन बोरा रकीबुल हुसैन के बयान के समर्थन में पत्र लिखते हैं तो वह गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाएंगे. उन्होंने कहा कि असम में गोमांस का सेवन गैरकानूनी नहीं है, लेकिन कुछ विशेष क्षेत्रों में इसे प्रतिबंधित किया गया है. शर्मा ने ये भी कहा कि यह मुद्दा अब कांग्रेस के नेतृत्व के सामने है और यदि वे इस मुद्दे पर समर्थन देते हैं तो वह गोमांस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का कदम उठाएंगे.
असम में गोमांस पर पहले से है कुछ प्रतिबंध
असम मवेशी संरक्षण अधिनियम 2021 के तहत असम के कुछ हिस्सों में गोमांस की बिक्री और मवेशी वध पर प्रतिबंध लगाया गया है. हिंदू, जैन और सिखों की बहुसंख्या वाले क्षेत्रों तथा मंदिरों और सत्रों के पांच किलोमीटर के दायरे में ये प्रतिबंध लागू है. हालांकि असम में गोमांस का सेवन गैरकानूनी नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे और कड़ा करने का संकेत दिया है अगर कांग्रेस इसका समर्थन करती है.
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