Lok Sabha Elections 2024: बिहार की सीवान लोकसभा सीट पर प्रचार करने पहुंचे असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने भारत में मुसलमानों को आरक्षण देने के विचार का कड़ा विरोध किया. दरअसल, सीएम हिमंत की ये टिप्पणी तब आई जब लालू यादव ने कहा था कि मुसलमानों को आरक्षण दो. इस पर सीएम हिमंत ने कहा कि क्या भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण देना संभव है?


जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम हिमंत ने कहा, "अगर आप मुसलमानों को आरक्षण देना चाहते हैं तो पाकिस्तान जाएं और वहां आरक्षण दें. भारत में ऐसा कभी नहीं होगा." उन्होंने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर ने हमें संविधान दिया. जहां संविधान में जिक्र है कि एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण मिलना चाहिए.


कर्नाटक ने पिछड़ों का हक छीनकर मुसलमानों को दिया आरक्षण 


दरअसल, असम के सीएम हिमंत ने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के उदाहरणों का हवाला देते हुए उन उदाहरणों की आलोचना की. जहां मुसलमानों के लिए आरक्षण लागू किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे उपाय अन्य पिछड़े वर्गों की कीमत पर किये गये हैं. सरमा ने मुसलमानों को आरक्षण देने के कर्नाटक के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह "पिछड़े वर्गों के आरक्षण को लूटने के बाद" किया गया था.






ये कांग्रेस पार्टी अभी भी राम मंदिर के पीछे- CM हिमंत


उधर, सीएम हिंमत ने जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नाना पटोले ने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार आएगी तो हम राम मंदिर का दोबारा शुद्धिकरण करेंगे. इस पर सीएम सरमा ने कहा, "हमें पहले बताइए कि सोनिया गांधी हिंदू हैं या ईसाई? ये कांग्रेस पार्टी अभी भी राम मंदिर के पीछे पड़ी हुई है. लालू यादव अभी भी राम मंदिर के पीछे है. उनका अभी भी मन है कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो वे दोबारा रामलला को टेंट में ले आएंगे."


ये भी पढ़ें: Swati Maliwal: स्वाति मालीवाल पर क्या है कांग्रेस का स्टैंड? जानें पवन खेड़ा से अधीर रंजन तक किसने क्या कहा