(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Shraddha Murder Case: 'श्रद्धा मर्डर केस लव जिहाद का मामला', बोले हिमंत बिस्वा सरमा
Delhi Murder Case: श्रद्धा मर्डर केस का आरोपी आफताब पूनावाला पुलिस हिरासत में है. असम के मुख्यमंत्री समेत बीजेपी के कई नेता पहले भी इस केस को लव जिहाद का मामला बता चुके हैं.
Himanta Biswa Sarma On Love Jihad: दिल्ली के बहुचर्चित श्रद्धा मर्डर केस को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार (1 दिसंबर) को कहा कि लव जिहाद एक वास्तविकता (Reality) है और श्रद्धा वॉकर (Shraddha Walkar) की जघन्य हत्या के मामले में इसके सबूत मिले हैं. हिमंत बिस्वा सरमा इससे पहले भी इस मामले में लव जिहाद का एंगल होने की बात कह चुके हैं.
असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि देश को लव जिहाद के खिलाफ एक सख्त कानून की आवश्यकता है. हिमंत बिस्वा ने गुरुवार को एनडीटीवी से कहा कि, "लव जिहाद राष्ट्रीय दृष्टिकोण से एक वास्तविकता है. श्रद्धा मर्डर केस में लव जिहाद के सबूत हैं. यहां तक कि आफताब के पॉलीग्राफ टेस्ट में भी कहा गया है कि उसने खुलासा किया कि इस हत्या के आरोप में उसे फांसी भी हो जाए तो उस अफसोस नहीं होगा क्योंकि उसे जन्नत में जाने पर हूर मिलेंगी. इस पर रिपोर्ट्स हैं."
आफताब पर श्रद्धा की हत्या का आरोप
दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. श्रद्धा वॉकर और आफताब पूनावाला इसी साल मई के महीने में मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हुए थे. दोनों लिव-इन में रह रहे थे. दिल्ली आने के तीन दिन बाद दोनों की लड़ाई हुई थी. जिसमें आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी थी. पुलिस के अनुसार, आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए और इन्हें अपने किराए के मकान में फ्रिज में रखा था. वह हर रात इन टुकड़ों को शहर भर में फेंकने जाता था.
आरोपी का पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट हुआ
इस मामले में लड़का-लड़की के अलग-अलग धर्म से होने के कारण मामला और विवादास्पद हो गया है. श्रद्धा मर्डर केस का आरोपी आफताब फिलहाल पुलिस हिरासत में है. बुधवार को उसका पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ था और गुरुवार को आरोपी का नार्कों टेस्ट भी हो गया है. दो दिन पहले पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान आफताब को लेकर जा रही पुलिस वैन पर हमला भी हुआ था. हथियारबंद हमलावरों ने दावा किया था कि वे हिंदू संगठन के कार्यकर्ता हैं.
पिछले महीने ही इस मामले पर एक केंद्रीय मंत्री के बयान के बाद भी हंगामा हुआ था. केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा था कि, "ये घटनाएं उन सभी लड़कियों के साथ हो रही हैं जो अच्छी तरह से शिक्षित हैं और सोचती हैं कि वे बहुत फ्रैंक हैं और अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं." इस बयान के बाद काफी हंगामा हुआ था.
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