हनुमान जयंती पर भड़की हिंसा को लेकर असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हनुमान जी तो इस देश में 5000 साल से हैं, ऐसा कोई कानून नहीं है कि आप हनुमान जी को नियंत्रण कर सकें. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि देश में किसी भी मुसलमान को हनुमान चालीसा से दिक्कत हो सकती है.


महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद को लेकर सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "महाराष्ट्र सरकार को कानून-व्यवस्था को नियंत्रण करना चाहिए. महाराष्ट्र सरकार को भी यही कहना चाहिए कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब न हो, इस बात का ख्याल रखा जाए."


राज ठाकरे की धमकी के बीच महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग का फैसला


बता दें मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर को 3 मई के बाद हटाने के राज ठाकरे की धमकी के बीच महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. विभाग ने किसी भी धार्मिक स्थल पर बिना अनुमति लाउडस्पीकर लगाने पर रोक लगा दी है. यानी अब लाउडस्पीकर लगाने के लिए पुलिस की इजाजत लेनी होगी.


सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल जल्द ही इस संबंध में महाराष्ट्र के डीजीपी के साथ एक बैठक भी करेंगे. अगर कोई बिना इजाजत लाउडस्पीकर लगाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


धार्मिक जुलूस के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा मामले में अब तक 25 गिरफ्तार


वहीं, दिल्ली में हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले गए धार्मिक जुलूस के दौरान हुई हिंसा मामले में अब तक 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में लगातार आरोपियों की पहचान कर उनकी धरपकड़ भी की जा रही है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली हिंसा के पांच आरोपियों के खिलाफ एनएसए लगाने का फैसला किया है. आगे भी बाकी आरोपियों के खिलाफ ऐसी ही सख्त कार्रवाई हो सकती है. इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए थे. 


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