Himanta Biswa Sarma On Rahul Gandhi: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधा है. उनका आरोप है कि राहुल ने यूनाइटेड किंगडम के कैम्ब्रिज बिजनेस स्कूल में अपनी टिप्पणी से भारत को बदनाम करने की कोशिश की. सरमा का कहना है कि राहुल ने विदेशी धरती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पर निशाना साधा. इतना ही नहीं उन्होंने राहुल को जॉर्ज सोरोस से भी जोड़ा है.
उन्होंने कहा पहले एक विदेशी एजेंट हमारे देश के खिलाफ साजिश रचता है और फिर एक भारतीय नेता यानी राहुल गांधी विदेशी भूमि पर देश के पीएम पर निशाना साधते हैं. सरमा ने कहा कि फिक्स है ये सब फिक्स है. उन्होंने राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर भी हमला किया कि 'कांग्रेस नेता ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आतंकवादियों को दूर से देखा और उनके पास आए एक व्यक्ति ने उनकी ओर इशारा किया'. इसपर सरमा ने पूछा कि राहुल गांधी ने सुरक्षा एजेंसियों को इस घटना की सूचना क्यों नहीं दी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पुलवामा आतंकी हमले को 'कार बम जिसमें 40 सैनिक मारे गए' बताया.
'राहुल ने किया जवानों का अपमान'
सरमा का आरोप है कि राहुल गांधी ने भारत के जवानों का अपमान किया है. उन्होंने कहा 'राहुल गांधी ने हमारे जवानों का अपमान करने की हिम्मत कैसे की? यह बम नहीं था, बल्कि एक आतंकी हमला था' कोई आश्चर्य नहीं कि उन्होंने पुलवामा हमले के पीछे पाकिस्तान का नाम लेने से इनकार कर दिया. क्या यह कांग्रेस की आतंकवादियों के साथ समझ का हिस्सा है?" सरमा ने पूछा.
'विदेशी जमीन पर भारत को कर रहे बदनाम'
उन्होंने कहा, "पहले विदेशी एजेंट हमें निशाना बनाते हैं फिर विदेशी जमीन पर हमारे अपने हमें निशाना बनाते हैं. कैंब्रिज में राहुल गांधी का भाषण और कुछ नहीं बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने की आड़ में विदेशी धरती पर हमारे देश को बदनाम करने का एक बेशर्म प्रयास था.
'भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को किया जा रहा नष्ट'
दरअसल, राहुल गांधी ने ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए अपने बयान में यह आरोप भी लगाया कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं. इसपर बीजेपी लगातार राहुल गांधी पर निशाना साध रही है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्ष पर दवाब बनाया जा रहा है और झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं.
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