'सस्ती लेबर के चक्कर में अवैध बांग्लादेशियों को न दें नौकरी', हिमंत बिस्व सरमा की कॉरपोरेट घरानों से अपील
CM Himanta Biswa Sarma Warning: सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि कंपनियों के बिचौलिये बांग्लादेश से सस्ते कामगारों को लेकर आते हैं और कम पैसों की वजह से वह इन्हें काम पर रखते हैं.
CM Himanta Biswa Sarma Warning: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार (6 जनवरी 2025) को उद्योगपतियों से अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को काम पर रखने से मना किया है. सीएम ने कहा कि 'सस्ते श्रम' यानी कम पैसे की वजह से अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों का काम पर नहीं रखा जाना चाहिए.
उन्होंने टाटा, अदाणी समूह और महिंद्रा सहित कॉरपोरेट घरानों के कई लोगों से मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान ये बात कही है. सीएम हिमंत ने कहा कि ऐसे प्रवासियों को काम पर न रखकर बांग्लादेश से अवैध प्रवास की समस्या की जड़ पर प्रहार करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि कंपनियों के बिचौलिये बांग्लादेश से सस्ते कामगारों को लेकर आते हैं और कम पैसों की वजह से वह इन्हें काम पर रखते हैं.
असम 1979 से इस समस्या से लड़ रहा: सीएम हिमंत
यह पूछने पर कि क्या सप्ताहांत में उद्योग प्रमुखों के साथ उनकी बैठक के दौरान यह मुद्दा उठा, उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दे पर दोबारा जोर देने की कोई जरूरत नहीं, जिसपर असम 1979 से लड़ रहा है. राज्य को उम्मीद है कि फरवरी में गुवाहाटी में आयोजित होने वाले ‘एडवांटेज असम 2.0’ निवेश शिखर सम्मेलन में केंद्र सरकार और उसके साथ संबद्ध संस्थाओं से एक लाख करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता मिल सकती है. इस शिखर सम्मेलन का आयोजन 25-26 फरवरी को किया जा रहा है, जिसमें पर्यटन, सेमीकंडक्टर और रक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने पर खासतौर से जोर होगा. उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर असेंबली संयंत्र के लिए टाटा समूह का 27,000 करोड़ रुपये का निवेश तय समय के अनुसार है और पहले चरण का उद्घाटन इस साल नवंबर या दिसंबर में किया जाएगा.
बांग्लादेशी प्रवासियों को लेकर सीएम हिमंत बिस्व सरमा हमेशा मुखर रहे हैं. पिछले साल अक्टूबर में उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी अवैध प्रवासी बंगाल के रास्ते देश में घुसते हैं. इसके साथ ही उन्होंने त्रिपुरा सरकार से भी गुजारिश की थी कि वह बांग्लादेशी घुसपैठियों को सरहद पार करने से रोकें
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