Assam News: मानसून में बाढ़ से कैसे निपटेगा असम? CM हिमंत बिस्वा सरमा ने अधिकारियों को दिए अहम निर्देश
Himanta Biswa Sarma Meeting: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मानसून जनित बाढ़ की चुनौतियों से निपटने के लिए रविवार को अधिकारियों संग अहम बैठक की.
Himanta Biswa Sarma Reviews Flood Preparedness: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में मानसून की शुरुआत के मद्देनजर रविवार (11 जून) को बाढ़ संभावित इलाकों की चुनौतियों से निपटने के लिए डिप्टी कमिश्नरों और अन्य अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की और जरूर निर्देश दिए. अधिकारियों को संभावित बाढ़ से निपटने की तैयारी के तहत सभी जरूरी कदम उठाने और प्रतिक्रिया प्रणाली को तेज करने के लिए कहा गया.
CM सरमा ने प्रतिक्रिया प्रणाली को अलर्ट रहने को कहा
गुवाहाटी स्थित जनता भवन के अपने ऑफिस चेंबर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक में शामिल हुए सीएम सरमा ने कहा, ''राज्य में मानसून के आने साथ ही एनएचएआई, एनएचआईडीसी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ समेत सभी सरकारी विभाग बाढ़ से निपटने और प्रभावित लोगों तक पहुंचने के लिए अलर्ट हो जाएं.''
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सीएम ने सभी अधिकारियों को जमीन पर मौजूद रहने और स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है.
'पर्याप्त डॉक्टर और दवाएं रहें उपलब्ध'
सीएम सरमा ने अधिकारियों को संभावित तटबंध टूटने वाले इलाकों का दौरा करने और उनकी निगरानी करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने ने बाढ़ और भूस्खलन संभावित इलाकों में सड़कों के रखरखाव का निर्देश दिया. सीएम ने निर्देश दिया कि आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त डॉक्टर मौजूद रहें और पर्याप्त दवाएं भी उपलब्ध हों. उन्होंने पर्याप्त चारे की व्यवस्था रखने का भी निर्देश दिया.
सीएम ने इसी के साथ जरूरी फोन नंबरों को आवंटित करने के लिए भी कहा. सीएम ने राजस्व और आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी को संवेदनशील जिलों, खासकर दीमा हसाओ में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ कर्मियों की तैयारी के लिए कदम उठाने को कहा.
CM सरमा ने लोगों को आगाह करने के लिए कहा
मुख्यमंत्री सरमा ने बाढ़ के संभावित खतरों को लेकर लोगों को आगाह करने के लिए एएसडीएमए को जोखिम संचार और पूर्व चेतावनी प्रणाली को सक्रिय करने के लिए भी कहा. सीएम ने डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिया कि निचले रिहायशी इलाकों के बाढ़ के चलते जलमग्न होने की स्थिति में राहत शिविर स्थापित होने चाहिए.
उन्होंने राहत वितरण केंद्रों में राहत वितरण को भी सुव्यवस्थित रखने के लिए कहा. संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त संख्या में जियो बैग उपलब्ध रखने के लिए भी सीएम ने कहा.
'24 घंटे-सातों दिन सरकार उपलब्ध'
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि असम सरकार नागरिकों के मुद्दों का हल करने और चिंताओं को दूर करने के लिए चौबीसों घंटे-सातों दिन उपलब्ध है. बता दें कि दक्षिण-पश्चिम मानसून शनिवार (10 जून) को पूर्वोत्तर में आ गया. रविवार (11 जून) को असम में हल्की बूंदाबांदी हुई, जिससे भीषण गर्मी से लोगो को राहत मिली. इस बार मानसून ने गुरुवार (8 जून) को केरल में दस्तक दी जोकि 1 जून की अनुमानित तारीख से एक हफ्ते की देरी से वहां पहुंचा.
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