Assam News: असम कांग्रेस ने बदरुद्दीन अजमल की पार्टी AIUDF के साथ गठबंधन तोड़ने का एलान किया है. प्रदेश कोर कमिटी की आज हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा कि AIUDF नेतृत्व द्वारा रहस्यमयी रूप से बीजेपी और मुख्यमंत्री की तारीफ किए जाने के कारण यह फैसला लिया गया है. 


असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन किया था. कांग्रेस की हार की समीक्षा के लिए बनी कमिटी ने इस गठबंधन को हार की एक अहम वजह बताया था. 


हालांकि कुछ दिनों पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा 2024 लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकजुटता को लेकर बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में बदरुद्दीन अजमल भी शामिल हुए थे.


कांग्रेस प्रवक्ता बोबीता शर्मा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की एक बैठक में यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘एआईयूडीएफ नेतृत्व और वरिष्ठ सदस्यों द्वारा बीजेपी और मुख्यमंत्री की निरंतर और रहस्यमय प्रशंसा ने कांग्रेस पार्टी के प्रति जनता की धारणा को प्रभावित किया है.’’


शर्मा ने कहा कि एक लंबी चर्चा के बाद प्रदेश कांग्रेस की कोर कमेटी के सदस्यों ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि एआईयूडीएफ अब ‘महाजोत’ में भागीदार नहीं रह सकती और इस बारे में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को सूचित किया जाएगा.


असम में इस साल के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नेतृत्व में 10-पार्टी 'महागठबंधन' या 'महाजोत' का गठन किया गया था. कांग्रेस, एआईयूडीएफ और बीपीएफ के अलावा इसमें जिमोचायन (देवरी) पीपुल्स पार्टी (जेडीपीपी), आदिवासी नेशनल पार्टी (एएनपी), माकपा, भाकपा, भाकपा (माले), अंचलिक गण मोर्चा और आरजेडी शामिल थे.


गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में 50 सीटें जीती थीं, जिसमें कांग्रेस को 29, एआईयूडीएफ ने 16, बीपीएफ ने चार और माकपा ने एक सीट हासिल की थी. 


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