गुवाहाटी: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के बाद गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ जिले के कुछ हिस्सों में लगाए गए कर्फ्यू में रविवार को ढील दी गई. पुलिस ने अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गुवाहाटी में सुबह सात से शाम चार बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है. उन्होंने बताया कि डिब्रूगढ़ पश्चिम, नहरकटिया, तेनुघाट और जिले के कई अन्य हिस्सों में भी इतने ही समय के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई है.
इसके बाद दिसपुर, उजान बाजार, चांदमारी, सिलपुखुरी और जू रोड सहित कई स्थानों पर दुकानों के बाहर लंबी कतारें नजर आईं. ऑटो-रिक्शा और साइकिल-रिक्शा सड़कों पर चलते दिखाई दिए.
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस लोगों को इस ढील की जानकारी देने के लिए लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल कर रही है. इंटरनेट सेवाएं 16 दिसंबर तक बंद रहेंगी.
इस मामले को लेकर सीएम सर्बनंदा सोनोवाल ने वीडियो मैसेज ट्वीट किया है, '' जिस वो कह रहे हैं हम सभी वास्तविक भारतीय नागरिकों और असम के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं. मैं समाज के सभी वर्गों से आह्वान करता हूं कि वे ऐसे तत्वों को विफल करें जो नागरिकता संशोधन विधेयक पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और हिंसा में लिप्त हैं. चलिए हम सब मिलकर असम की विकास यात्रा जारी रखते हैं.''
असम में सेना और असम राईफल्स की 8 टुकड़ियां तैनात
असम में इस कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए राजधानी गुवाहाटी के अलावा मोरीगांव, सोनितपुर और डिब्रूगढ़ में सेना और असम राइफल्स की आठ टुकड़ियां तैनात की गयी हैं. हर टुकड़ी में करीब 70 जवान होते हैं. प्रदर्शनकारियों के हिंसा पर उतर जाने के बाद 11 दिसंबर को सेना बुलाई गई थी.
असम अपने इतिहास में सबसे हिंसक दौरों में एक से गुजर रहा है. वहां रेलवे स्टेशन, कुछ डाकघर, बैंक, बस टर्मिनल और कई अन्य सार्वजनिक संपत्तियां जला दी गयी हैं.
‘गोलीबारी’ में मारे गए ईसाई लड़के को लोगों ने बताया शहीद
वहीं, गोवहाटी में प्रदर्शन के दौरान कथित गोलीबारी में जान गवाने वाले 17 साल के ईसाई लड़के को दफनाने के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. कुछ स्थानीय लोग उसे ‘शहीद’ बता रहे थे. हाटीगांव में रहने वाला सैफ स्टेफोर्ड लतासिल मैदान से लौट रहा था और उस दौरान नामगढ़ के पास उसे ‘गोली लगी’ जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी. स्टेफोर्ड के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि चार पहिया गाड़ी पर आए कुछ लोगों ने देर शाम नामगढ़ में लोगों के समूह पर गोलीबारी कर दी, जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था.
पिता के साथ में थोड़ा वक्त बिता सकें इसलिए बेटी ने CM उद्धव ठाकरे को वेतन बढ़ाने के लिए लिखी चिट्ठी
'घर आया मेरा परदेसी' गाने पर बुजुर्ग ने जमकर लगाए ठुमके, वायरल हुआ वीडियो
आपको मल्टीटास्कर बनना होगा, सिर्फ अच्छी बल्लेबाजी से काम नहीं चल सकता- रवि शास्त्री