असम ने किया कमाल, बना प्रेसिडेंट्स कलर अवॉर्ड जीतने वाला देश का 10वां राज्य
Assam News: असम पुलिस ने प्रतिष्ठित प्रेसिडेंट्स कलर पुरस्कार प्राप्त करने वाली देश की दसवीं राज्य पुलिस का खिताब हासिल किया है.
Assam News: असम पुलिस ने प्रतिष्ठित प्रेसिडेंट्स कलर पुरस्कार प्राप्त करने वाली देश की दसवीं राज्य पुलिस का खिताब हासिल किया है. आगामी 10 मई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुवाहाटी में आयोजित कार्यक्रम में असम पुलिस को प्रेसिडेंट्स कलर अवार्ड प्रदान करेंगे.
इस उपलब्धि को लेकर हर्षित असम पुलिस के डीजीपी भाष्कर ज्योति महंत ने एआईजी (खेल) आनंद मिश्रा के नेतृत्व में राइट ऑफ प्राइड बाइक रैली को गत 30 अप्रैल को धुबड़ी के रवाना किया. 21 जिलों का भ्रमण कर शुक्रवार को यह रैली डिब्रूगढ़ पहुंची. रैली का स्वागत करते हुए डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक श्वेतांग मिश्रा ने एआईजी (खेल) आनंद मिश्रा को असमिया परंपरा अनुसार फुलाम गमछा व झांपी प्रदान कर सम्मानित किया. इस अवसर पर उपस्थित डिब्रूगढ़ के जिला उपायुक्त विश्वजीत पेगू व सीआरपीएफ के डीजीपी राजीव रंजन सहित वरिष्ठ पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारी उपस्थित थे.
एआईजी (खेल) आनंद मिश्रा ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि गुवाहाटी में आने वाले 10 मई को असम पुलिस को गृह मंत्री अमित शाह राष्ट्रपति निशान प्रदान कर सम्मानित करेंगे. इस अवसर पर 1 मई को डीजीपी भाष्कर ज्योति महंत ने रैली को रवाना किया. विभिन्न जिलों से होते हुए 22 जिले डिब्रुगढ़ में पहुचे है. हरेक जिले में असम पुलिस के अधिकारी व कर्मी सभी प्रकार की व्यवस्थाएं कर रहे है. साथ ही इस खुशी में सभी शामिल हो रहे है. रैली हरेक जिले से होकर जा रही है. यह बहुत ही गौरब की बात है कि असम पुलिस को राष्ट्रपति निशान मिला है और हम असम पुलिस का एक हिस्सा है. इस रैली से असम पुलिस से आम जनता सीधे जुड़ रहे है. उन्होंने भी मालूम हो रहा है कि राष्ट्रपति निशान क्या है असम पुलिस की गरिमा व महिमा क्या है? असम पुलिस के सभी जवानों व अधिकारियों को इस बात पर गौरब है कि उनकी वर्दी पर राष्ट्रपति निशान लगेगा.
आईजी आनंद मिश्रा अपने यादों में खटी मीठी यादों को संजोये हुए
रैली के दौरान एआईजी (खेल) आनंद मिश्रा अपने यादों में खटी मीठी यादों को संजोये हुए है. एआईजी (खेल) आनंद मिश्रा ने बताया कि जब वे बरपेटा जिले से गुजर रहे थे तो एक परिवार गाड़ी में जा रहे थे. रैली को आता देख वे रास्ते के किनारे रुक गये. जैसे ही राष्ट्रीय ध्वज व असम पुलिस के ध्वज के साथ रैली उनके सामने से गुजरी तो उन्होंने सेल्यूट किया. जिससे बाइक राइडरों का जोश व उत्साह और बढ़ गया. यह जज़्बा यदि असम के लोगों के मन मे राष्ट्रीय ध्वज व असम पुलिस ध्वज के साथ ही असम पुलिस के प्रति है. तो असम पुलिस का जज्बा तो और दो गुना अधिक है.
आपको बता दें कि इतिहास गवाह है कि देश में शांति बहाल करने के लिए असम पुलिस ने अनेकों कुर्बानियां दीं हैं. सबसे ज्यादा संवेदनशील, सहिष्णु और समर्पित व निर्भीक असम पुलिस को विशिष्ट राष्ट्रपति कलर अवार्ड मिलने पर समस्त असम वासी फख्र महसूस कर रहे हैं. इस उत्साह को जन जन तक पहुचने के लिए २०५५ किलोमीटर लम्बी राइट ऑफ प्राइड बाइक रैली का आयोजन किया गया.
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