Election Commision of India: राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के बाद से कांग्रेस के नेता लगातार केंद्र सरकार पर हमले बोल रहे हैं. मोदी सरकार पर सभी सरकारी संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया जा रहा है. इसी कड़ी में कई विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाया है. अब इस पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने मंगलवार (28 मार्च) को सफाई दी.


मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि “भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने न तो पहले कभी किसी के फरमान पर काम किया है और न ही भविष्य में इस तरह काम करेगा.” बता दें कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त का यह बयान कांग्रेस की ओर से लगाए गए उन आरोपों के बाद आया है, जिसमें कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग असम की 126 विधानसभा और 14 संसदीय सीटों के परिसीमन के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के इशारे पर काम कर रहा है.


'हमें इस तरह के शब्द सुनने पड़ते हैं'


राजीव कुमार ने कहा, “यह हमारे लिए नया नहीं है, हमें इस तरह के शब्द सुनने पड़ते हैं. हमारे लिए कुछ भी तय करना संभव नहीं है. हमारा रिकॉर्ड ऐसा है कि हम कभी किसी से फरमान नहीं लेते हैं और न कभी लेंगे.” निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन से पहले राज्य के अपने तीन दिवसीय दौरे के अंत में उन्होंने मीडिया से कहा कि ईसीआई अपने दो सिद्धांतों चर्चा और हितधारकों की भागीदारी पर दृढ़ रहकर अपने त्रुटिहीन रिकॉर्ड को बनाए रखने में सक्षम रहा है.


कांग्रेस के नेताओं ने लगाए ये आरोप


मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ दो चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे और अरुण गोयल भी असम दौरे पर मौजूद थे. वहीं, कांग्रेस ने ईसीआई टीम से मिलने और प्रस्तावित परिसीमन पर अपना प्रतिनिधित्व प्रस्तुत करने से इनकार कर दिया. कांग्रेस ने यह आरोप लगाया कि समिति पहले उठाए गए मसलों का समाधान करने में विफल रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने चुनाव आयोग पर निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण की प्रक्रिया के दौरान ‘मैच फिक्सिंग’ का आरोप लगाया.


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