केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम में BJP प्रत्याशी की पत्नी के नाम रजिस्टर्ड गाड़ी में EVM ले जाने को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद एक इंटव्यू के दौरान शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मामले की जांच कराने की मांग की. निर्वाचन आयोग ने विवाद पर संज्ञान लेते हुए संबंधित मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी और तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.


असम के करीमगंज जिले में गुरुवार की रात को उस समय हिंसा की घटना हुई जब भीड़ ने बीजेपी प्रत्याशी की कार का इस्तेमाल मतदान के बाद ईवीएम को स्ट्रांग रूप पहुंचाने के लिए होते देखा. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को हवा में गोली चलानी पड़ी. इस घटना ने शुक्रवार को बड़े विवाद का रूप ले लिया, विपक्षी कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने ईवीएम की ‘चोरी’ होने का आरोप लगाया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद निर्वाचन आयोग ने मतदान दल के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया और संबंधित बूथ पर दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया.


अधिकारी ने बताया कि रतबाड़ी विधानसभा सीट के मतदान केंद्र संख्या 149 इंदिरा एमवी स्कूल पर तैनात मतदान दल में पीठासीन अधिकारी और तीन अन्य कर्मी मतदान कराने के बाद ईवीएम जमा कराने करीमगंज आ रहे थे तभी उनका वाहन खराब हो गया.’’ जिला प्रशासन के अधिकारी ने बताया,‘‘मतदान दल ने निजी वाहन में लिफ्ट ली लेकिन संयोग से वह वाहन पाथरकांडी से बीजेपी के मौजूदा विधायक कृष्णेंदु पॉल की पत्नी के नाम से पंजीकृत था. जब वे नीमल बाजार इलाके में पहुंचे तो कुछ लोगों को देखा.’’


पॉल इस चुनाव में पाथरकांडी से बीजेपी के प्रत्याशी है जबकि रतबाड़ी का प्रतिनिधित्व इस समय बिजॉय मलाकर कर रहे हैं और इस चुनाव में भी मैदान में हैं. भीड़ में अधिकतर एआईयूडीएफ और कांग्रेस समर्थक थे और उन्होंने दावा किया कि ईवीएम भाजपा प्रत्याशी के वाहन में छेड़छाड़ करने के इरादे से ले जाया जा रहा है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुछ मिनटों में ही वहां करीब 100 लोगों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने वाहन में तोड़फोड़ करने के साथ अधिकारियों से बदसलूकी करने की कोशिश की जिससे डरे मतदन कर्मी ईवीएम वाहन में ही छोड़ भाग गए.


पुलिस सूत्रों ने बताया, ‘‘ जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक तुरंत मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराने की कोशिश की लेकिन भीड़ सुनने को तैयार नहीं हुई और उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोली चलानी पड़ी.’’ उन्होंने बताया कि उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ईवीएम पाथरकांडी पुलिस थाने ले आए और वहां से उन्हें करीमनगर कस्बे के स्ट्रांग रूम ले जाया गया.


रतबाड़ी और पाथरकांडी सीटों पर दूसरे चरण में गुरुवार को वोटिंग हुई.  बीजेपी प्रत्याशी पॉल ने ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोपों को बेतुका करार दिया है और कहा कि जब घटना हुई तो उनके भाई वाहन में मौजूद थे और उन्होंने गाड़ी खराब होने की वजह से मतदान कर्मियों को केवल लिफ्ट दी थी. पॉल ने कहा, ‘‘ मैं पाथरकांडी से हूं और ईवीएम रतबाड़ी की थी. ऐसे में उनमें छेड़छाड़ करने की क्या वजह हो सकती है? वैसे भी बिजॉय मलाकर रतबाड़ी सीट से कम से कम 40 हजार मतों के अंतर से जीत रहे हैं. बीजेपी क्यों छेड़छाड़ की कोशिश करेगी?’’


निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा कि पीठासीन अधिकारी और तीन अन्य अधिकारियों को परिवहन नियम का उल्लंघन करने पर निलंबित कर दिया गया है. निर्वाचन आयोग ने बयान में कहा, ‘‘ ईवीएम की सील हालांकि सही थी, लेकिन फिर भी रतबाड़ी (सु) एलएसी1 के मतदान केन्द्र संख्या- 149 इंदिरा एमवी स्कूल में दोबारा मतदान कराने का फैसला किया गया है. बयान के मुताबिक विशेष पर्यवेक्षक से रिपोर्ट भी तलब की गई है.


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ईसी की गाड़ी खराब, BJP की नीयत खराब, लोकतंत्र की हालत खराब.’’ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि निर्वाचन आयोग को निजी वाहन में ईवीएम ले जाने की रिपोर्ट पर निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए और सभी पार्टियों द्वारा ईवीएम के इस्तेमाल पर गंभीर पुन:मूल्यांकन करने की जरूरत है.


सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने दावा किया कि हर बार चुनाव में निजी वाहन का वीडियो आता है जो सामान्यत: भाजपा का होता है और ईवीएम को ले जाते हुए पकड़े जाते हैं. दिल्ली में जारी बयान में निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसने राज्य के विशेष पर्यवेक्षक से रिपोर्ट तलब की है. कांग्रेस के सहयोगी बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि यह घटना ‘ईवीएम’ की चोरी की कोशिश दिखाती है क्योंकि बीजेपी चुनाव हार रही है.


उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ध्रुवीकरण? असफल, मतों की खरीद? असफल. प्रत्याशियों की खरीद?असफल. जुमला बाजी? असफल. दो मुख्यमंत्री? असफल. सीएए पर दो तरह की बातें? असफल. हार चुकी भाजपा की आखिरी चाल, ईवीएम की चोरी, लोकतंत्र की हत्या.’’


असम कांग्रेस प्रमुख रिपुण बोरा ने सफाई और तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि अगर इस खुली लूट और ईवीएम में छेड़छाड़ तुरंत नहीं रोकी गई तो पार्टी चुनाव का बहिष्कार करने पर विचार कर सकती है. लोकसभा सदस्य और असम कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष प्रद्युत बारदोलाई ने कहा, ‘‘क्यों नहीं भाजपा शालीनता से असम चुनाव में हार स्वीकार कर लेती? ईवीएम की चोरी और नतीजों में धांधली से कुछ भला नहीं होगा. असम माफ नहीं करेगा भले निर्वाचन आयोग माफ कर दे.’’


कांग्रेस के घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा कि निर्वाचन आयोग को खुद को बचाने की जरूरत है क्योंकि जनता का भरोसा कम हो रहा है ,हर चुनाव में एक ही ‘पठकथा’ होती है. नवगठित रायजोर दल ने भी गुवाहाटी में संवाददाता सम्मेलन कर भाजपा प्रत्याशी के वाहन में ईवीएम को ले जाने की निंदा की और कहा कि यह पार्टी की हार का संकेत है.


पार्टी के सलाहकार सीतानाथ लहकर ने कहा, ‘‘ केवल करीमगंज में नहीं बल्कि हमने अन्य सीटों पर भी कई घटनाओं के बारे में सुना है। शिवसागर सीट से भी ऐसी खबर है जहां से अखिल गोगोई लड़ रहे हैं, खबर है कि वहां भी ईवीएम से जुड़ी कुछ अनियमितता हुई.’’


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