गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति में बुधवार को सुधार हुआ क्योंकि बाढ़ का पानी एक जिले में कम हुआ लेकिन बाढ़ से एक और व्यक्ति की मौत हो गई. जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 40 हो गई. यह जानकारी असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने दी. एएसडीएमए ने कहा कि बाढ़ से 12 जिलों में 1.7 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
राज्य में बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 64 हुई
मंगलवार को 13 जिलों में करीब दो लाख लोग प्रभावित थे लेकिन बुधवार को जोरहाट जिले में बाढ़ का पानी कम हुआ. एएसडीएमए की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार बरपेटा जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई. जिससे राज्य में बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 64 हो गई. एएसडीएमए ने कहा कि धेमाजी, लखीमपुर, चराइदेव, बिश्वनाथ, चिरांग, नलबाड़ी, बरपेटा, गोवालपारा, मोरीगांव, नगांव, गोलाघाट और तिनसुकिया जिले अभी भी जलमग्न हैं.
गोवालपारा में करीब 28 हजार लोग प्रभावित हुए
बरपेटा जिला सबसे अधिक प्रभावित हैं, जहां करीब 65,500 लोग प्रभावित हैं. इसके बाद धेमाजी में करीब 48500 लोग प्रभावित हैं जबकि गोवालपारा में करीब 28 हजार लोग प्रभावित हैं. ब्रह्मपुत्र जोरहाट के निमातिघाट और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में 348 गांव जलमग्न हैं और 26,910.99 हेक्टेयर फसल क्षतिग्रस्त हुई है. प्रशासन ने पांच जिलों में पैंतीस राहत शिविर और वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं, जहां 1,095 लोगों ने वर्तमान में शरण ले रखी है.
प्राधिकारी लोगों के बीच तिरपाल, पेयजल, फेस मास्क और साबुन के साथ चावल, दाल, नमक और सरसों का तेल वितरित कर रहे हैं. एएसडीएमए ने कहा कि गोवालपारा, बरपेटा, माजुली और लखीमपुर जिलों में बाढ़ से तटबंधों, सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है.
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ से 48 जानवरों की मौत हुई है.
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