Assam Flood: पांच लाख लोग प्रभावित, 14 हजार को छोड़ना पड़ा घर और एक की मौत...असम में बाढ़ से लगातार बिगड़ रहे हालात
Assam Flood Situation: असम में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं. बाढ़ से राज्य में लाखों लोग प्रभावित हैं, जिन्हें सुरक्षित जगहों पर ले जाने का काम किया जा रहा है.
Assam Flood Situation: असम में बाढ़ से हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं. राज्य में लगातार हो रही बारिश से चलते कई इलाकों में पूरी तरह से पानी भर गया है. जिसके चलते करीब 5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. असम के करीब 12 जिले बाढ़ से प्रभावित बताए जा रहे हैं. पिछले दो दिनों से स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई है, जिसके चलते 14 हजार से ज्यादा लोग अपने घरों को छोड़कर राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं. इसके अलावा तामुलपुर जिले में बाढ़ से पहली मौत भी दर्ज की गई है.
लगातार बढ़ रही प्रभावितों की संख्या
असम में बाढ़ प्रभावित इलाकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पिछले कुछ दिनों में ही प्रभावितों की संख्या 5 लाख तक पहुंच गई. जब 10 जून को मानसून ने असम में दस्तक दी थी, तब बाढ़ से कुल करीब 34 हजार लोग प्रभावित थे और सिर्फ एक ही राहत शिविर बनाया गया था. लेकिन इसके बाद हालात लगातार बिगड़ते गए. पिछले दो दिनों में बाढ़ प्रभावितों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिला है, जिसके चलते 11 जिलों में करीब 83 राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां हजारों की संख्या में लोगों को रखा जा रहा है.
ये इलाके हैं बाढ़ से प्रभावित
असम के लिए मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है और अगले कुछ दिनों तक असम के कई जिलों में ‘अत्यंत भारी’ से ‘अत्यधिक भारी’ बारिश का अनुमान जताया है. एएसडीएमए की रिपोर्ट में कहा गया है कि बक्सा, बारपेटा, चिरांग, दरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिलों में बाढ़ के कारण 4,95,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इसमें कहा गया है कि बारपेटा 3,25,600 से अधिक लोगों के साथ सबसे बुरी तरह प्रभावित है, इसके बाद नलबाड़ी में 77,700 से अधिक लोग और लखीमपुर में लगभग 25,700 लोग पीड़ित हैं.
येलो अलर्ट हुआ जारी
गुवाहाटी में आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम केंद्र (आरएमसी) ने 24 घंटे के लिए चेतावनी जारी की थी. इसके अलावा गुरुवार और शुक्रवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ भी जारी किया गया. ‘रेड अलर्ट’ का मतलब तत्काल कार्रवाई करना, जबकि ‘ऑरेंज अलर्ट’ का मतलब कार्रवाई के लिए तैयार रहना और ‘येलो अलर्ट’ का सचेत और अवगत रहना होता है.
500 से ज्यादा लोगों को बचाया गया
सेना, अर्द्धसैनिक बल, एनडीआरएफ राज्य आपदा बल अग्निशमन और आपातकालीन सेवा, नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) और स्थानीय लोगों ने विभिन्न स्थानों से 561 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. एएसडीएमए बुलेटिन में कहा गया है कि वर्तमान में, 1,366 गांव जलमग्न हैं और पूरे असम में 14,091.90 हेक्टेयर खेत क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बताया गया है कि ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदी बेकी तीन जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
(इनपुट -भाषा से भी)
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