असम में बाढ़ से परेशान लोग खुद अपने हाथों से घर तोड़ने को मजबूर, बिहार-यूपी-केरल में भारी बारिश की संभावना
असम के लखीमपुर में एक इलाका ऐसा भी है जहां लोग अपना ही घर खुद तोड़ने को मजबूर हैं. क्योंकि सुवनसिरी नदी का पानी उनके घर के पास तक आ चुका है.
![असम में बाढ़ से परेशान लोग खुद अपने हाथों से घर तोड़ने को मजबूर, बिहार-यूपी-केरल में भारी बारिश की संभावना Assam floods forced to People break house with their own hands, possibility of heavy rains in Bihar-UP-Kerala असम में बाढ़ से परेशान लोग खुद अपने हाथों से घर तोड़ने को मजबूर, बिहार-यूपी-केरल में भारी बारिश की संभावना](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/08/02135515/assam-flood.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Flood Update: असम और बिहार के ज्यादातर जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. असम में बाढ़ के हालात में सुधार है, मगर अब भी 11 लाख लोग प्रभावित हैं. 33 जिलों में से 20 जिलों के 11 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं. इनमें 8.30 लाख लोग राज्य के छह पश्चिमी जिलों- गोलपाड़ा, मोरीगांव, बोंगईगांव, बारपेटा, गोलाघाट, धुबरी और पूर्वी लखीमपुर के हैं. लखीमपुर में एक इलाका ऐसा भी है जहां लोग अपना ही घर खुद तोड़ने को मजबूर हैं. क्योंकि सुवनसिरी नदी का पानी उनके घर के पास तक आ चुका है.
कहा जा रहा है कि अगले एक से दो दिनों में नदी का उफान और ज्यादा बढ़ जाएगा. घर को पानी में बहने से बचाने के लिए लोग अपना घर पहले ही तोड़ रहे हैं. ताकि घर बनाने में लगे समान से दूसरी जगह घर बनाया जा सके. राज्य सरकार ने पीड़ितों की मदद का दावा किया है. लेकिन स्थानीय निवासी रवि राम दुले का कहना है कि सरकार से उन्हें कोई मदद नहीं मिली है.
लगातार होता रहता है कटाव सालों से कटाव के कारण सुवनसिरी नदी इलाके में कई घरों और सैकड़ों एकड़ जमीन को निगल चुकी है. बाढ़ के वक्त कटाव यहां हर वक्त होता रहता है. यहां खेतों में लगी फसल चौपट, खाने को प्रयाप्त अनाज और पीने के लिए साफ पानी नहीं है. पशुओं को खिलाने के लिए चारा तक नहीं है. कटाव के चलते पलायन करने वाले लोग आसपास ऊंची जगह पर जैसे-तैसे अपना ठिकाना बना रहे हैं.
स्थानीय निवासी दिव्यज्योति फुकन ने कहा, सरकार के लोग यहां सिर्फ वोट मांगने के लिए ही आते हैं. हमारी कोई मदद नहीं करते हैं, इसलिए बुरा लगता है. हमारा घर हमारे सपना जैसा है. सपना तोड़ते देख बहुत खराब लगता है.
बिहार में बाढ़ में दो और की मौत, यूपी में भारी बारिश से 1.90 लाख लोग प्रभावित बिहार में बाढ़-बारिश के कारण शनिवार को दो और लोगों की मौत हो गई जिसके बाद राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 13 हो गई. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में बाढ़-बारिश के कारण 331 गांवों में लगभग 1.90 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले चार दिनों के लिए केरल के 10 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही तीन से पांच अगस्त तक महाराष्ट्र के मुंबई और कुछ अन्य जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जतायी है और चार-पांच अगस्त को हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया है. पृथ्वी विज्ञान सचिव एम राजीवन ने कहा कि छह अगस्त को मध्य मैदानी भागों और पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है.
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