Assam Gamosa Get GI Tag: असम की संस्कृति और पहचान के प्रतीक 'गमोचा' (Gamosa) को केंद्र सरकार से जियोग्राफिकल इंडिकेशन (जीआई) का टैग मिला है. असम ने पांच साल पहले गमोचा के जीआई टैग के लिए आवेदन दिया था, जिसके बाद राज्य को यह टैग मिला. यूनियन मिनिस्टर ऑफ कॉमर्स पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने ट्विटर पर मंगलवार (13 दिसंबर) को जीआई का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट शेयर किया.


जीआई को मुख्य रूप से एक निश्चित जियोग्राफिकल क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले एग्रीकल्चरल, नेचुरल या मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट, हैंडीक्राफ्ट और इंडस्ट्रियल गुड्स के लिए टैग किया जाता है. जीआई टैग मिलने पर असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिस्व शर्मा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि असम के लिए यह गर्व का दिन है क्योंकि हमारे गमोचा को भारत सरकार से जियोग्राफिकल इंडिकेशन का टैग मिल गया है.


मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. इसके साथ ही शर्मा ने इस पहचान के लिए असम के सभी लोगों को बधाई दी. बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अक्सर गमोचा को पहने हुए देखा गया है. 








असम का गौरव माना जाता है गमोचा


"गमोचा" लाल बॉर्डर और अलग-अलग डिजाइन वाला हाथ से बुना हुआ सूती रेक्टेंगुलर कपड़ा होता है. यह पारंपरिक रूप में असमी लोगों से सम्मान के तौर पर बुजुर्गों तथा मेहमानों को दिया जाता है. गमोचा राज्य में सभी सामाजिक-धार्मिक समारोहों का अभिन्न हिस्सा है और इसे असम की पहचान तथा गौरव समझा जाता है. गमोचा का शाब्दिक अर्थ तौलिया होता है और असम में इसका बहुत इस्तेमाल किया जाता है. इसे खास मौकों के लिए पारंपरिक असमी पाट सिल्क जैसे महंगे कपड़े और अलग-अलग रंगों में भी बनाया जाता है. 


बुनकरों के लिए है खुशी का पल 


केंद्रीय पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्री मिनिस्टर सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि असम का गौरव चमक रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी विरासत और सांस्कृतिक पहचान को उचित जगह मिली. सोनोवाल ने कहा कि गमोचा को जीआई टैग मिला यह इस खास कपड़े के हजारों बुनकरों के लिए खुशी का पल है. उन्होंने आगे कहा कि गमोचा असम का वैश्विक प्रतीक बन गया है. असम के मंत्रियों चंद्र मोहन पटवारी,अजंता नियोग, अतुल बोरा,पीयूष हजारिका और जयंत मल्ल बरुआ के साथ ही कई प्रतिष्ठित शख्सियतों और सैकड़ों सोशल मीडिया यूजर्स ने गमोचा को जीआई टैग मिलने पर खुशी जताई है. 


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